टीम चैतन्य भारत
गहनें अब तक सिर्फ महिलाओं की खूबसूरती को ही बढ़ाते थे लेकिन अब यह परिवार नियोजन का भी काम करेंगे। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने ऐसी नई तकनीक ईजाद की है जिसमे झुमके, अंगूठी और नेकलेस जैसे गहनों के जरिए दवा को शरीर में पहुंचाया जाएगा। जी हां… कंट्रोल्ड रिलीज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, ‘त्वचा के संपर्क में रहने वाले गहने में लगाए गए पैच में गर्भनिरोधक हार्मोन भरा होगा। इससे दवा की खुराक शरीर में पहुंचती रहेगी।’
दवा खाने से छुटकारा दिलाएगी तकनीक
इस अध्ययन के प्रारंभिक परीक्षणों से यह पता चला है कि, गर्भनिरोधक गहने गर्भनिरोध के लिए पर्याप्त मात्रा में शरीर के अंदर दवा पहुंचा सकते हैं। हालांकि, अब तक इन गहनों का परीक्षण इंसानों पर नहीं किया गया है। इस तकनीक को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य नियमित रूप से दवा खाने से छुटकारा दिलाना है। जानकारी के लिए बता दें जन्म नियंत्रण के लिए महिलाओं को नियमित रूप से गर्भनिरोधक गोलियां खाने की जरूरत पड़ती है और अगर यह तकनीक सफल हो गई तो महिलाओं को गोलियां खाने से छुटकारा मिल जाएगा।
अनचाहे गर्भ से बचाएगी तकनीक
अमेरिका के जार्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता मार्क प्रुस्निट्स ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, ‘गहने पहनना महिलाओं की नियमित दिनचर्या का हिस्सा है। यह तकनीक दवा की खुराक के पालन की सुविधा मुहैया करा सकती है। यह उन महिलाओं के लिए ज्यादा प्रभावी हो सकती है, जो अनचाहे गर्भ से बचना चाहती हैं।’
पैच में 3 स्तर
शोधकर्ताओं ने सबसे पहले एनिमल मॉडल पर इस तकनीक का परीक्षण किया है। कान की बाली सुअर के कान में पहनाई गई। इस बाली में लगे पैच खून में जरूरी मात्रा में गर्भनिरोधक हार्मोन का स्राव करते हैं। इस बाली के पैच में तीन स्तर होते हैं जिसके मध्य स्तर में गर्भनिरोधक दवा ठोस रूप में होती है। पैच का बाहरी हिस्सा त्वचा से चिपका रहता है और वह लगातार हार्मोन छोड़ता रहता है।