चैतन्य भारत न्यूज
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस बार अक्षय तृतीया 26 अप्रैल को है। अक्षय तृतीया पर इस वर्ष एक साथ चार ग्रह उच्च राशि में रहेंगे। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सूर्य मेष राशि में, चंद्र वृषभ राशि में, शुक्र मीन राशि में और राहु मिथुन राशि में उच्च स्थिति में है। इन चारों ग्रहों के योग के कारण अक्षय तृतीया बहुत खास हो गई है। आइये जानते हैं अक्षय तृतीया से जुड़ी कुछ खास बातें-
- अक्षय तृतीया के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। हालांकि इस बार लॉकडाउन के चलते घर में ही स्नान कीजिए।
- स्नान करने के पश्चात् किसी जरूरतमंद को धन और अनाज दान किया जाता है।
- अक्षय तृतीया पर घर की सुख-समृद्धि के लिए महालक्ष्मी के चरण चिह्न खरीदने की परंपरा है।
- अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु और उनके सभी अवतारों की पूजा की जाती है।
- इस दिन पितरों के लिए भी श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।
- इस खास तिथि पर भगवान को चने की दाल, मिश्री, खीरा और सत्तू का भोग लगाया जाता है।
- साथ ही अक्षय तृतीया पर पानी से भरा हुआ मटका, गेहूं, सत्तू और जौ दान करने का विशेष महत्व है।
ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया पर दान-पुण्य करने से मिलने वाला फल अक्षय होता है। यानी इससे मिलने वाला पुण्य सदैव व्यक्ति के साथ रहता है। अक्षय तृतीया पर सोना-चांदी खरीदना भी शुभ माना जाता है। इस तिथि पर ही भगवान परशुराम का अवतार भी हुआ है। इसके अलावा पवित्र धाम बद्रीनाथ के कपाट भी अक्षय तृतीया पर ही खुलते हैं।