चैतन्य भारत न्यूज
दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण अब भी फैल रहा है। कई देशों ने इसकी वैक्सीन बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। लेकिन कुछ वैक्सीन की शुरुआती रिपोर्ट ने डॉक्टरों और वैज्ञानिकों की चिंता थोड़ी बढ़ा दी है। अमेरिका और ब्रिटेन से कई ऐसी खबरें सामने आ रही हैं जिनमें फाइजर की वैक्सीन से कई लोगों ने ज्यादा एलर्जी होने की शिकायत की है।
बता दें कि इस समय अमेरिका में इमरजेंसी एप्रूवल के तहत फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की डोज लोगों को दी जा रही है। जबकि ब्रिटेन में फाइजर और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है। अमेरिका के चीफ साइंटिस्ट एडवाइजर डॉक्टर मॉनसेफ स्लैवोई ने बताया है कि, ‘दूसरे वैक्सीन के मुकाबले फाइजर की वैक्सीन से लोगों को ज्यादा एलर्जी हो रही है। ज्यादा एलर्जी होने की बात ऐसे लोग कर रहे हैं जो इपीपेन दवाई का इस्तेमाल करते हैं।’
आपको बता दें कि ये दवाई ऐसे लोगों को दी जाती है जो ज्यादा एलर्जी से परेशान होते हैं। इससे पहले ब्रिटेन में भी दो लोगों ने फाइजर वैक्सीन की डोज लेने के बाद ज्यादा एलर्जी की शिकायत की थी। अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में अब तक
30 हज़ार लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। राहत की बात ये है कि कुछ ही लोगों ने अब तक एलर्जी की शिकायत की है। कोरोना वायरस संक्रमण से अमेरिका पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित है। फाइजर की वैक्सीन के साथ समस्या ये है कि उसे -70 डिग्री सेल्सियम पर स्टोर किया जाना अनिवार्य है, जबकि मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए -20 डिग्री सेल्सियस तापमान चाहिए होता है।
कंपनी ने ये कहा
पिछले हफ्ते फाइजर ने इस मामले में सफाई दी थी। कंपनी की तरफ से कहा गया था कि वैक्सीन के ट्रायल के दौरान किसी भी ऐसे व्यक्ति को शामिल नहीं किया था, जिसे दवाई से एलर्जी हो। एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीन से हर किसी को एलर्जी हो ये जरूरी नहीं है। साथ ही कंपनी ने ये भी कहा कि वो बड़े स्तर पर वैक्सीन लगाने का काम कर रहे हैं ऐसे में इस तरह के और भी मामले सामने आ सकते हैं। इसे अप्रत्याशित नहीं माना जा सकता है।