चैतन्य भारत न्यूज
चक्रवाती तूफान अम्फान ने सोमवार को दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बेहद भयानक रूप ले लिया। भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए अलर्ट जारी किया है। इसके चलते अब ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे बेहद अहम हैं। तूफान के आने से पहले ही इसका असर देखने को मिल रहा है। यह तस्वीरें कोयंबटूर की हैं जहां तेज हवा की वजह से पेड़ और एक दीवार गिरने से कार दब गई।
मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी के बाद राज्य सरकार 11 लाख लोगों को इन इलाकों से निकालने की तैयारी में जुट गई है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया है कि यह एक भीषण चक्रवाती तूफान है और इसकी तीव्रता को देखते हुए एनडीआरएफ की 17 टीमें तैयार कर दी गई है। जिसमें पश्चिम बंगाल में 7 और उड़ीसा 10 टीमें तैनात की गई हैं। बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस तूफान को लेकर गृहमंत्रालय और एनडीएमए की शाम चार बजे उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉक्टर एम महापात्रा ने बताया कि, ये तूफान 20 मई को भारत की तटीय सीमाओं को छूएगा और इस दौरान भारी बारिश होगी। लेकिन इसका असर उत्तर भारत पर भी नहीं पड़ेगा। यह ओडिशा, पश्चिम बंगाल को छूते हुए बांग्लादेश चला गया है। अम्फान तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों के साथ-साथ असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भी तेज हवाएं और भारी बारिश का पूर्वानुमान है। लेकिन इसका असर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित बाकी भारत पर नहीं होगा।
विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना के जहाज अलर्ट मोड में हैं। जहाजों में अतिरिक्त गोताखोर, डॉक्टर और राहत सामग्री तैयार है। इसमें खाने के सामान, तम्बू, कपड़े, दवाएं, कंबल आदि पर्याप्त मात्रा में शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बचाव और राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए जेमिनी बोट्स और मेडिकल टीमों के साथ बचाव दल भी तैयार हैं।