चैतन्य भारत न्यूज
गुवाहाटी. असम में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां घर में काम करने वाले एक 12 साल के बच्चे पर डॉक्टर और उनकी पत्नी ने खौलता हुआ पानी डाल दिया। इस आरोप में पुलिस ने दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
दंपत्ति पर ये है आरोप
मामला नागांव से सामने आया है। सिद्धि प्रसाद देउरी, असम के एक मेडिकल कॉलेज और डिब्रूगढ़ अस्पताल में डॉक्टर हैं। उनकी पत्नी मंजुला मोरन एक कॉलेज की प्रिंसिपल हैं। सिद्धि प्रसाद देउरी ने घर में काम करने वाले लड़के पर इसलिए उबलता हुआ पानी डाल दिया क्योंकि वह सो रहा था। वहीं मंजुला मोरन पर आरोप है कि उन्होंने वहां मौजूद रहते हुए भी बच्चे को कोई इलाज मुहैया नहीं करवाया। बच्चे का शरीर पीछे से बुरी तरह जल गया है।
#ChildBuring Police arrested the son and an accomplice of the prime accused Dr Sidhi Prasard Deuri of this ghastly incident. However Dr Deuri and Dr Mitali Konwar are still absconding. Police raided their relatives house at Dibrugarh and Jorhat. pic.twitter.com/6ldRLHtrkZ
— Mrinal Talukdar (@mrinaltalukdar8) September 3, 2020
घटना के बाद फरार हुए दंपत्ति
बताया जाता है कि घटना के वक्त देउरी नशे में धुत्त थे। मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी सामने आने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल रहे डॉक्टर व उनकी पत्नी फरार हो गए थे। जब इस मामले की जानकारी जिला बाल कल्याण समिति को मिली तो उन्होंने बच्चें को रेस्क्यू कराया और पुलिस को सूचित किया। बताया जा रहा है कि जिला बाल कल्याण समिति को इस मामले की जानकारी 29 अगस्त को एक अज्ञात स्त्रोत के जरिए मिली थी, जिसने इस पूरी वारदात का वीडियो जिला बाल कल्याण समिति के पास भेजा।
बच्चे को चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया
पुलिस ने पीड़ित का बयान दर्ज कर दंपत्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं फिलहाल बच्चे को चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया है, जहां पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बच्चे का बयान दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद जब वह पूछताछ के लिए दंपति के पास पहुंचे तो उन्होंने पाया सिद्धि प्रसाद देउरी एक कैंसर रोगी हैं और उन्हें स्लाइन चढ़ाया जा रहा है। इसे देखने के बाद पुलिस ने दंपति को थाने आने के लिए कहा था। इसके बाद दपंत्ति वहां से फरार हो गए, पुलिस ने एक सर्च ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया।