चैतन्य भारत न्यूज
अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए ‘निधि समर्पण अभियान’ की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सबसे पहले 5 लाख एक रुपए का समर्पण निधि दिया। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपए का चंदा दिया।
इससे पहले केंद्र सरकार ने एक रुपए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपए, उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने एक करोड़ रुपए और मोरारी बापू ने 11 करोड़ रुपए का दान दिया है। राम मंदिर निर्माण के लिए अहमदाबाद के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोढाकिया ने 11 करोड़ रुपए का चंदा दिया है। गोंविदभाई ढोढाकिया लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं।
Delhi: President Ram Nath Kovind made the first contribution towards the construction of Ram Mandir in Uttar Pradesh’s Ayodhya, today.
VHP’s Alok Kumar says, “He is the first citizen of the country so we went to him to initiate this drive. He donated a sum of Rs 5,01,000.” pic.twitter.com/KVKtA81KIl
— ANI (@ANI) January 15, 2021
बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कहा गया था कि राम मंदिर निधि समर्पण अभियान जनता की स्वेच्छा से मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित भाव से दान लिया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद की मंशा इस योजना को भारत में 50 करोड़ लोगों तक पहुंचाने की है। इस अभियान में जुटाई गई राशि को चंदा नहीं कहा जाएगा। इस अभियान में जमा किया गया पैसा भगवान का पैसा कहा जाएगा और इसे मांगा नहीं जाएगा।
इन बैंकों में जमा होगा पैसा
स्वेच्छा से दान करने वालों के लिए कूपन छापे जाएंगे। ये कूपन 10 रुपए, सौ रुपए और एक हजार रुपए के होंगे। 100 रूपयों के कूपन आठ करोड़ की संख्या में, 10 रुपए के कूपन 4 करोड़ की संख्या में और हजार रुपए के कूपन 12 लाख की संख्या में छापे जाएंगे। दान की राशि के अनुसार ही रसीद दी जाएगी। सभी कूपन बंटने से 960 करोड़ रुपए जमा हो सकेंगे।