चैतन्य भारत न्यूज
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली में पलायन करके आए मजदूरों को सैनिटाइजर से नहलाने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, जिला प्रशासन ने बरेली में दिल्ली से लौट रहे मजदूरों को सैनिटाइजर से नहलाया था। इसके बाद विपक्षी पार्टियों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा की है। अब जिला प्रशासन ने अपनी गलती मान ली है।
इस वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज़ करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। https://t.co/y8TmuCNyu5
— District Magistrate (@dmbareilly) March 30, 2020
जिलाधिकारी ने क्या कहा?
बरेली के जिलाधिकारी ने कहा कि, ‘अतिसक्रियता की वजह से यह कार्रवाई की गई है। हम जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’ जिलाधिकारी ने कहा, ‘इस वायरल वीडियो की पड़ताल की गई, प्रभावित लोगों का सीएमओ के निर्देशन में उपचार किया जा रहा है। बरेली नगर निगम एवं फायर ब्रिगेड की टीम को बसों को सैनेटाइज करने के निर्देश थे, पर अति सक्रियता के चलते उन्होंने ऐसा कर दिया। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।’
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, बरेली के सेटेलाइट अड्डे पर दिल्ली से लौट रहे मजदूर जब बस का इंतजार कर रहे थे तो वहां पुलिस पहुंच गई। फिर पुलिस ने सभी को एक लाइन में बैठाया और इसके बाद उन्हें सोडियम हाईपोक्लोराइड युक्त पानी से नहलाया गया। यानी पुलिस ने उन पर सैनिटाइजर का छिड़काव किया। ऐसे में कुछ लोगों की आंखें लाल हो गई और कई छोटे बच्चे रोने लगे।
विपक्ष ने साधा निशाना
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार और यूपी पुलिस पर निशाना साधा था।
यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए।
मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे। pic.twitter.com/ftovaFHR5q
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 30, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था, ‘यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।’
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, ‘देश में जारी जबर्दस्त लॉडाउन के दौरान जनउपेक्षा व जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनाशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। सरकार तुरंत ध्यान दे।’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल, क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है।’