चैतन्य भारत न्यूज
नीम की पत्तियां सबसे गुणकारी औषधियों में से एक मानी जाती हैं। यह न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार होती हैं बल्कि यह आपके दिमाग को भी शांत और मजबूत बनाने का काम करती हैं। नीम की पत्तियों में कई ऐसे औषधिय गुण पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत को स्वस्थ रखने के साथ-साथ खूबसूरती को भी बरकरार रखते हैं। आयुर्वेद में नीम से कई प्रकार के रोगों का उपचार किया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं किन-किन रोगों में फायदेमंद होते हैं नीम के पत्ते-
दांत का मैल
छह सप्ताह तक रोजाना नीम के पत्तों का अर्क दांतों और मसूड़ों पर लगाने से प्लाक (दांतों पर जमा पीला पदार्थ) कम हो जाता है। साथ ही यह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया की संख्या को भी कम कर सकता है। यदि आपको अर्क नहीं मिल पाता है तो आप नीम के पत्तों को अच्छी तरह से धोकर रोजाना उसे सुबह-सुबह चबा भी सकते हैं।
कीटरोधक
त्वचा पर नीम की जड़ या उसके पत्ते का अर्क लगाने से काली मक्खियों को हटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा यदि आप त्वचा पर नीम से बनी क्रीम लगाएंगे तो इससे कुछ प्रकार के मच्छरों से बचाव होता है।
छाले ठीक होना
शरीर में मौजूद सभी प्रकार के छाले खत्म करने में भी नीम का अर्क फायदेमंद होता है। इसके लिए आप नीम की छाल का 30-60 मिलीग्राम अर्क 10 सप्ताह तक रोजाना दिन में दो बार लें। इससे पेट, मुंह और आंतों के छाले पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे। हालांकि, इसका प्रयोग करने से पहले आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
झुर्रियां कम होना
नीम में कुछ ऐसे ऑक्सीकरण रोधक तत्व होते हैं जो चेहरे में होने वाले परिवर्तनों को रोक देते हैं। नीम का तेल लगाने से चेहरे की झुर्रियां कम होती है।
निशान मिटाना
नीम शरीर पर मौजूद हर प्रकार के निशान को खत्म कर देती है। जलने के कारण हुए जख्म पर नीम का तेल लगाने से जख्म जल्दी ठीक हो जाता है और साथ ही इससे निशान भी धीरे-धीरे गायब होने लगता है। नीम पीसकर लगाने से कील-मुंहासों और त्वचा के दाग भी दूर हो जाते है।