चैतन्य भारत न्यूज
देशभर में जहां कोरोना महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है तो वहीं दूसरी ओर संक्रमण के माहौल में सियासी गलियारे से बिहार चुनाव और मध्यप्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर हलचल मची हुई है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने 12:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बिहार विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बिहार में तीन चरणों में होने वाले चुनाव 28 अक्टूबर से शुरू होंगे। वहीं मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की तारीख का अब तक ऐलान नहीं किया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोरा ने कहा है कि 29 सितंबर को होने वाली चुनाव आयोग की बैठक में मध्यप्रदेश उपचुनाव के बारे में तय किया जाएगा।
बिहार की स्थिति
बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार को यह उम्मीद है कि वह दोबारा सत्ता में वापसी करेंगे, तो वहीं तेजस्वी की अगुवाई में विपक्ष एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। बता दें राजद ने एकतरफा निर्णय लेते हुए बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव को बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया है। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव सबसे अलग, अनूठे और चुनौतीपूर्ण होंगे। इसकी वजह है कोरोना वायरस। इस महामारी के कारण पहले विधानसभा चुनाव का सभी विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया था और इसे टालने की बात कही थी लेकिन जब चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव तय समय पर होंगे तो सभी तैयारियों में जुट गए।
मध्यप्रदेश में 27 सीटों पर होंगे चुनाव
मध्य प्रदेश की 27 सीटों पर उपचुनाव होना है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग इन दिनों उम्मीदवार से नामांकन पत्र, शपथ पत्र और नामांकन को लेकर सिक्युरिटी मनी ऑनलाइन ही जमा करा रहा है। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस भी जोर लगा रही है। भाजपा जहां अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए सदस्यता अभियान चला रही है, वहीं कांग्रेस भी दोबारा सत्ता में आने के लिए लोगों का मन टटोलने के साथ-साथ जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों को खोज रही है।