चैतन्यभारत न्यूज
मैनपुरी. उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की तहसील में अपने तीन बेटों और बहुओं के व्यवहार से नाखुश होकर अपनी साढ़े 12 बीघा जमीन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम करने पर अड़ीं 85 वर्षीय बिट्टन देवी का फैसला अचानक बदल गया। तहसीलदार के समझाने पर उन्होंने बेटों को ही जमीन देने की बात कही। बिट्टन देवी के मुताबिक, बेटे से नाराज होकर उन्होंने यह निर्णय लिया था। हालांकि अब सब कुछ ठीक होने पर उन्होंने अपना निर्णय बदल लिया है और अपने बहू और बेटे को ही जमीन देने का फैसला किया है।
बता दें, विकास खंड किशनी के गांव चितायन की रहे वाली 85 वर्षीय बिट्टन देवी पत्नी पूरन लाल बुधवार को तहसील पहुंची थी जहां उन्होंने अपनी साढ़े 12 बीघा जमीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम करने की बात कही थी। अधिवक्ता ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन बिट्टन देवी अपनी जिद पर अड़ी रहीं।
वहीं गुरूवार के दिन भी बिट्टन देवी अपने फैसले पर अड़ी रही। इस दौरान उनके तीनों बेटों ने एसडीएम से मुलाकात की जहां उन्होंने अपनी मां की मानसिक स्थिति ठीक न होने की बात कही। इसके बाद शुक्रवार दोपहर में तहसीलदार सुशील कुमार ने बिट्टन देवी को उनके घर जाकर समझाया। आखिर, बिट्टन देवी ने अपना फैसला बदल दिया और बेटों को ही जमीन देने की बात कह दी।
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