चैतन्य भारत न्यूज
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) ने मंगलवार को 9वीं से 12वीं कक्षा का पाठ्यक्रम 30 फीसदी तक घटाए जाने की घोषणा की है। यह व्यवस्था 2020-21 सत्र के लिए लागू होगी। यह फैसला कोरोना वायरस महामारी की विषम स्थिति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
CBSE brings big respite to students, reduces syllabus for classes IX-XII: Central Board of Secondary Education (CBSE) pic.twitter.com/5sxM6fLEFR
— ANI (@ANI) July 7, 2020
8वीं तक की कक्षाओं के लिए यह फैसला लिया
मंगलवार शाम बोर्ड ने ट्विटर पर इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 एकेडमिक सत्र के लिए 9वीं से 12वीं के कोर्स में एक-तिहाई कमी कर दी है। वहीं, 8वीं तक की कक्षाओं के लिए CBSE ने स्कूलों को खुद सिलेबस तैयार करने को कहा है।
Looking at the extraordinary situation prevailing in the country and the world, #CBSE was advised to revise the curriculum and reduce course load for the students of Class 9th to 12th. @PMOIndia @HMOIndia @PIB_India @MIB_India @DDNewslive @cbseindia29 @mygovindia
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 7, 2020
मानव संसाधन विकास मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी ट्वीट करके जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में देश और दुनिया में असाधारण स्थिति को देखते हुए सीबीएसई को सलाह दी गई है कि वो पाठ्यक्रम में कमी करे। उन्होंने ये भी लिखा कि अपने फैसले के लिए कुछ हफ्ते पहले मैंने शिक्षाविदों से सुझाव मांगे थे और मुझे इस मामले में डेढ़ हज़ार से ज्यादा सुझाव मिले।
परीक्षा करवाने को लेकर पड़ी थी याचिका
बता दें कि सीबीएसई ने बची हुई परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच करवाने की घोषणा की थी। लेकिन कुछ अभिभावकों को लगता था कि इससे बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। जिसकी वजह से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। बाद में सरकार ने परीक्षा रद्द किए जाने की घोषणा की थी।