चैतन्य भारत न्यूज
5 जून को साल 2020 का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह ग्रहण वास्तविक चंद्र ग्रहण ना होकर एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। यह ग्रहण बाकी चंद्रग्रहण से अलग होगा। उपछाया चंद्रग्रहण के दौरान धर्मकर्म से जुड़ी कोई पाबंदी नहीं होगी। यानी इस बार के चंद्रग्रहण में आपकी दिनचर्या एकदम सामान्य रहने वाली है। हालांकि, ग्रहण के दौरान थोड़ी बहुत सावधानियां रखनी चाहिए। ग्रहण रात में 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा और रात में 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा। ये चंद्र ग्रहण ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन लग रहा है। आइए जानते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कब और कहां दिखाई देगा और भारत में इसका कितना असर होगा।
कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण?
ये चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में दिखाई देगा। भारत में भी यह ग्रहण तय समय पर दिखाई देगा लेकिन उपछाया ग्रहण होने की वजह से यहां किसी भी तरह के धार्मिक कार्य नहीं रोके जाएंगे। ग्रहण काल में चंद्रमा कहीं से कटा हुआ होने की बजाय अपने पूरे आकार में नजर आएगा। सिर्फ इस दौरान चांद थोड़ा मटमैला-सा दिखाई देगा। ज्योतिष अनुसार उपच्छाया चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होता, क्योंकि इसे वास्तविक ग्रहण नहीं माना गया है।
क्या होता है उपच्छाया चंद्र ग्रहण
चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है। जो तब घटित होती है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में स्थित रहें। तो वहीं उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी की परिक्रमा करने के दौरान चंद्रमा पेनुम्ब्रा से हो कर गुजरता है। ये पृथ्वी की छाया का बाहरी भाग होता है। इस दौरान, चंद्रमा सामान्य से थोड़ा गहरा दिखाई देता है।
राशियों पर ग्रहण का प्रभाव
उपच्छाया चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा। हालांकि इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर भी पड़ेगा। राशियों पर ग्रहण का प्रभाव-
- मेष- खर्चे बढ़ेंगे। मन में तनाव की स्थिति रहेगी।
- वृष- यात्रा के दौरान बेहद सावधानी बरतनी होगी।
- मिथुन- ग्रहण का प्रभाव आपकी आमदनी पर होगा।
- कर्क- धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में रुचि लेंगे।
- सिंह- विवाद होने की संभावना है, सावधान रहें।
- कन्या- धन-संपत्ति में वृद्धि संभव है।
- तुला- एक से अधिक स्रोतों से आय आएगी।
- वृश्चिक- किसी तरह के झमेले में पड़ सकते हैं।
- धनु- रुके हुए कार्य पूरे हो सकते हैं।
- मकर- जमीन जायदाद से जुड़े कार्य होंगे।
- कुंभ- सेहत में सुधार होने संभावना है।
- मीन- परिवार में भाईचारा एवं प्रेम बढ़ेगा।