चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. करीब 30 दिनों के सफर के बाद भारत के ‘चंद्रयान-2’ ने मंगलवार सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर चांद की कक्षा में प्रवेश कर लिया है। चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करने में चंद्रयान को 1738 सेकेंड्स का समय लगा। इसे 22 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था।
चंद्रयान-2 को चांद की कक्षा में प्रवेश कराना वैज्ञानिकों के लिए कड़ी चुनौती थी। इसी के साथ अंतरिक्ष में भारत को एक बड़ी उपलब्धि मिल गई है। इसके बाद 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चंद्रमा पर ऐतिहासिक उपस्थिति दर्ज करेगा।
इसरो के मुताबिक ये पड़ाव मिशन के सबसे मुश्किल पड़ाव में से एक था क्योंकि अगर सेटेलाइट चंद्रमा पर तेज गति वाले वेग से पहुंचता, तो वो इसे उछाल देता और ऐसे में वो गहरे अंतरिक्ष में खो जाता लेकिन अगर वो धीमी गति से पहुंचता तो चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण चंद्रयान-2 को खींच लेता और वो नीचे गिर सकता था।
बता दें 22 जुलाई को लॉन्च हुए इस मिशन ने इससे पहले 23 दिन पृथ्वी के चक्कर लगाए थे। फिर चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने में इसे 6 दिन लगे। जानकारी के मुताबिक, अब चांद की कक्षा में पहुंचने के बाद यान 13 दिन तक चक्कर लगाएगा।