चैतन्य भारत न्यूज
देश में एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में अब सैलानी भी जा सकेंगे। केंद्र सरकार ने सोमवार को पर्यटकों के लिए इसे खोलने का ऐलान किया। जी हां… रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने पर्यटन को देखते हुए सियाचिन बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक पूरे क्षेत्र को सैलानियों के लिए खोलने का फैसला किया है।
राजनाथ सिंह लद्दाख में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रिनचिन पुल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘यह कदम इसलिए उठाया गया है, ताकि लोग देख सकें कि सेना के जवान और इंजीनियर अत्यंत प्रतिकूल मौसम और विषम क्षेत्र में किस तरह काम करते हैं।’
Ladakh has tremendous potential in Tourism. Better connectivity in Ladakh would certainly bring tourists in large numbers.
The Siachen area is now open for tourists and Tourism. From Siachen Base Camp to Kumar Post, the entire area has been opened for Tourism purposes.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 21, 2019
राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि, ‘लद्दाख में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। बेहतर कनेक्टिविटी से लद्दाख में ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आ सकेंगे। सियाचिन का इलाका अब पर्यटन और पर्यटकों के लिए खुला है। सियाचिन के बेस कैंप से लेकर कुमार पोस्ट तक का इलाका पर्यटन के लिए खोल दिया गया है।’
बता दें सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है जो लद्दाख का हिस्सा है। कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। सियाचिन में काम कर रहे जवानों के लिए भी कई बार वहां रह पाना मुमकिन नहीं हो पाता। मई-जून के महीनों में भी वहां का तापमान -20 से -30 डिग्री रहता है। लेकिन सेना के हजारों जवान कड़ाके की सर्दी के बावजूद यहां सालभर तैनात रहते हैं।
18, 875 फीट की ऊंचाई पर है कुमार पोस्ट
सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में कुमार पोस्ट 18, 875 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक 11,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक जा सकेंगे। ताजा फैसले के बाद सेना की तरफ से आयोजित साहसिक अभियानों के अलावा भी पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे।