चैतन्य भारत न्यूज
सोमवार यानी 1 मार्च से देश में कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया है। आज से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को और 45 से 59 साल तक की उम्र के उन लोगों को भी वैक्सीन की डोज दी जाएगी, जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। वे सरकारी अस्पताल के साथ-साथ निजी अस्पताल में भी कोरोना का टीका लगवा सकते हैं। वैक्सीनेशन से जुड़े कई सवाल आपके भी दिमाग में आ रहे हैं। हम आपको आज इस लेख के जरिए आपके सभी सवालों के जवाब देंगे।
वैक्सीनेशन के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
रजिस्ट्रेशन के लिए कोविन ऐप, आरोग्य सेतु ऐप की मदद ली जा सकती है। या फिर cowin.gov.in पर भी लॉगइन कर सकते हैं। यहां आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। मोबाइल पर एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) आएगा। इसकी मदद से अकाउंट क्रिएट करें। फिर जिस भी व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन करवाना है उसका नाम, उम्र, लिंग भरें। पहचान के लिए कोई प्रूफ लगाएं। यदि वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे शख्स की उम्र 45 साल से ऊपर और उसे कोई अन्य बीमारी है, तो यह बताना होगा। किस दिन और कहां वैक्सीन लगवाना है, उसके लिए आप खुद से तारीख और वैक्सीनेशन सेंटर चुन लें। बता दें एक मोबाइल नंबर के जरिए 4 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए 1507 पर कॉल की जा सकती है।
वैक्सीनेशन के लिए ये कागज जरूरी
- यदि आप वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं तो अपनी आईडी साथ ले जाना ना भूलें।
- आईडी में आधार कार्ड, वोटर आईडी आदि ले जा सकते हैं।
- आपको कोई ऐसा ऑफिशियल आईडी प्रूफ दिखाना होगा जिस पर आपकी फोटो के साथ जन्मतिथि भी लिखी हो।
- इसके अलावा 45 साल से अधिक और 60 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन की डोज लेने के लिए गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के साक्ष्य भी दिखाने होंगे।
- यह रजिस्टर्ड डॉक्टर्स की तरफ से प्रमाणित होना चाहिए।
वैक्सीन की पहली डोज और दूसरी डोज (अंतिम खुराक) मिलने के बाद लाभार्थियों के लिए एक QR कोड जेनरेट किया जाएगा। इसे SMS लिंक के जरिए डाउनलोड किया जा सकता है। कोरोना वैक्सीन की डोज मिलने का सर्टिफिकेट वैक्सीनेशन सेंटर से भी लिया जा सकता है।
वैक्सीन के लिए कितना शुल्क देना होगा
सरकारी वैक्सीन सेंटर्स पर वैक्सीन की डोज मुफ्त में मिलेगी। हालांकि, प्राइवेट अस्पतालों पर वैक्सीन के लिए दाम चुकाने होंगे। वैक्सीन के एक डोज के लिए 250 रुपए लिए जाएंगे। जिसमें 150 रुपए टीके और 100 रुपए सर्विस चार्ज के तौर पर होंगे। कोरोना वैक्सीन की दो डोज लेनी होती हैं। यानी प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन लगवाने पर 500 रुपए खर्च होंगे। जबकि सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन मुफ्त में ही दी जाएगी।
किन बीमारियों का सबूत दिखाना होगा?
बता दें कि 45 से 59 साल के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए बीमारी का सर्टिफिकेट भी देना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 20 बीमारियों की लिस्ट जारी की है, जिसमें डायबिटीज (शुगर), हाइपरटेंशन, ल्यूकेमिया बोन मेरो, किडनी, लिवर और हार्ट से जुड़ी बीमारियां शामिल हैं। इसमें कैंसर से पीड़ित लोग भी शामिल किए गए हैं।
वैक्सीन का दूसरा डोज कब लगेगा?
वैक्सीन का पहला डोज लेने वाले दिन से 28 दिनों के बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगेगा। अगर 28 दिन गुजरने के बाद वैक्सीन लेना भूल जाएं तो इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट ने सलाह दी है, जिसके मुताबिक, वैक्सीन की दूसरी डोज का सबसे अच्छा रिस्पॉन्स 4 हफ्ते के बाद आता है। हालांकि, अगर किसी कारण से कोई वैक्सीन का दूसरा डोज ठीक 4 हफ्ते बाद नहीं लगवा पाए, तो वह अगले दिन लगवा सकते हैं। इस मामले में नेशनल गाइडलाइन को फॉलो करना चाहिए। 4 हफ्ते के बाद ज्यादा से ज्यादा 1 हफ्ते के भीतर दूसरा डोज ले लेना चाहिए।