चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हिंसा के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण कैंपस पहुंची। दीपिका जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष से मिलीं। हिंसा के दौरान नकाबपोश उपद्रवियों के हमले में आइशी के सिर में चोट आई थी।
Thank you @deepikapadukone for giving this movement a mainstream narrative. For using your position to choose the correct path. It always comes to the women and yes, they do deliver! Big love sister! #WeAreWithJNU #noplaceforfascism
— Sayani Gupta (@sayanigupta) January 7, 2020
जानकारी के मुताबिक, दीपिका यूनिवर्सिटी में हो रहे प्रदर्शन में करीब 10 मिनट तक मौजूद रहीं। हालांकि वह पूरे समय खामोश ही दिखाई दीं। इस दौरान कन्हैया कुमार ‘जय भीम’ के नारे लगा रहे थे। हिंसा के खिलाफ प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में उतरीं दीपिका के कदम की एक तरफ जहां जमकर तारीफ हो रही है, वहीं उनके विरोध में आवाज भी उठ रही है। सोशल मीडिया पर दीपिका को लेकर #ISupportDeepika से लेकर #boycottchhapaak तक ट्वीटर पर ट्रेंड कर रहे हैं।
#WATCH Delhi: Deepika Padukone outside Jawaharlal Nehru University, to support students protesting against #JNUViolence. pic.twitter.com/vS5RNajf1O
— ANI (@ANI) January 7, 2020
दरअसल दीपिका की फिल्म ‘छपाक’ इसी हफ्ते 10 जनवरी को रिलीज हो रही है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने दीपिका के जेएनयू जाने को स्टंट करार दिया है। वहीं मशहूर डायरेक्टर अनुराग कश्यप ने दीपिका के इस कदम की सराहना की। इसके अलावा जेएनयू छात्र नेता रहे कन्हैया कुमार दीपिका का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा कि, ‘हो सकता है आज आपको ट्रोल का सामना करना पड़े लेकिन आपके साहस के लिए आपको इतिहास याद रखेगा।’
दीपिका पादुकोन जी, कभी 1984 क़त्लेआम के पीड़ित परिवारों से क्यों नहीं मिली?
मध्य प्रदेश में सिखों पर हुए अत्याचार पर कभी कुछ क्यों नहीं बोला?
ननकाना साहिब में हुए Hate Attack पर एक ट्वीट भी नहीं किया
पर आज पब्लिसिटी पाने के लिए आप JNU पहुँच गईं @deepikapadukone?@ANI @ZeeNews
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) January 7, 2020
जबकि दीपिका को आलोचना भी झेलनी पड़ी। दिल्ली से बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों को याद करते हुए दीपिका के जेएनयू जाने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘दीपिका जी, कभी 1984 कत्लेआम के पीड़ित परिवारों से क्यों नहीं मिली? मध्य प्रदेश में सिखों पर हुए अत्याचार पर कभी कुछ क्यों नहीं बोला? ननकाना साहिब में हुए Hate Attack पर एक ट्वीट भी नहीं किया। पर आज पब्लिसिटी पाने के लिए आप JNU पहुंच गईं।’
बता दें, दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को कुछ नकाबपोश हमलावरों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में तोड़फोड़, मारपीट की। इस हादसे में करीब 30 लोग घायल हुए थे।