चैतन्य भारत न्यूज
देहरादून. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए आतंकी हमले के बाद आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की पत्नी निकिता कौल अब भारतीय सेना से जुड़कर देश की सेवा करेंगी। कश्मीर की रहने वालीं निकिता ने शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) की परीक्षा और इंटरव्यू पास कर लिया है। अब उन्हें बस मेरिट लिस्ट का इंतजार है जिसके बाद वह सेना (Indian Army) से जुड़ जाएंगी।
5 जवान हुए थे शहीद
बता दें 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। फिर 18 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से सेना के जवानों के साथ पुलवामा में मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए और पांच जवान शहीद हुए थे। इन शहीदों में मेजर विभूति ढौंडियाल भी शामिल थे। इन्हें 19 फरवरी की सुबह देहरादून में अंतिम विदाई दी गई थी। विभूति सेना के 55 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में तैनात थे।
शहीद पति को प्यार से किया विदा
मेजर विभूति ढौंडियाल की अंतिम विदाई का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था। इस वीडियो में निकिता अपने पति के शव के बगल में खड़ी दिख रही थीं। वो लगातार अपने पति की तरफ देख रही थीं और बिलकुल चुप थीं। फिर कुछ देर बाद वो पति के शव की तरफ झुकीं और उन्होंने धीरे से I LOVE YOU कहा। बाद में उन्होंने कहा था कि, ‘आपने झूठ बोला था कि आप मुझसे प्यार करते हो। सच तो ये है कि आप मुझसे कहीं ज्यादा देश से प्यार करते थे। मुझे काफी जलन हो रही है और मैं इसके लिए कुछ नहीं कर सकती।’
#WATCH Wife of Major VS Dhoundiyal (who lost his life in an encounter in Pulwama yesterday) by his mortal remains. #Dehradun #Uttarakhand pic.twitter.com/5HWD6RXwnO
— ANI (@ANI) February 19, 2019
पहली बरसी पर श्रद्धांजलि सभा
इसके बाद निकिता खुद अपने शहीद पति के सपनों को पूरा करने की राह पर निकल पड़ीं। मेजर विभूति ढौंडियाल की पहली बरसी पर परिवार ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। सभा में निकिता ने बताया कि, ‘वो अब शहीद मेजर का सपना पूरा करने को तैयार हैं। वो जल्द ही आर्मी जॉइन करने वाली हैं।’
एक साल कैसे बीता, यह बताना मुश्किल
निकिता ने आगे कहा कि, ‘मेरे लिए ये बताना बहुत भारी है कि एक साल कैसे बीता। कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब आपको लगता है कि ठीक है। लेकिन कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब आपको लगता है कि बहुत ज्यादा मुश्किल है। लेकिन आपको सब करना होता है। अब देश के लिए शहीद हुए मेरे पति का सपना पूरा करना ही मेरा मकसद है। मुझे खुशी है कि इसमें पूरा परिवार मेरा साथ दे रहा है, जो मेरे लिए बेहद जरूरी भी था।’