चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. दिल्ली में पिछले तीन दिन से चल रही हिंसा गुरुवार को थम गई है। लेकिन इलाके के कुछ मुस्लिम और हिंदू परिवारों ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। विजय पार्क और यमुना विहार इलाके में दाेनों समुदायों ने मिलकर दंगाइयों को कॉलोनी में घुसने से रोका ही नहीं, बल्कि खदेड़ा भी। यहां सिर्फ सड़क किनारे के घरों को नुकसान पहुंचा, बाकी इलाका सुरक्षित रहा।
दूसरी तरफ, चांद बाग में मुस्लिमों ने हिंदुओं के साथ मिलकर मानव श्रृंखला बनाकर मंदिर पर आंच नहीं आने दी। यह मंदिर भारी मुस्लिम आबादी वाला चांद बाग के ठीक सामने है। इस मंदिर के आसपास भी कई मुस्लिम परिवार रहते हैं। लोगों का कहना था कि इस तबाही ने सबको बेहद तकलीफ दी है। मंदिर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, ‘मंदिर और मस्जिद करीब 100 मीटर दूरी पर हैं। शाम को मस्जिद से अजान और मंदिर से शंख की आवाज एक ही समय पर आती है। पूरा मोहल्ला हमारा परिवार है। मुस्लिम समुदाय के लोग हमारे भाई हैं। आधी रात को भी जरूरत पड़ती है तो वे हमारे लिए और हम उनके लिए हाजिर रहते हैं।’
विजय पार्क की गली नंबर-17 के निवासी राकेश जैन ने बताया कि, ‘हमने दिन-रात पहरा देकर पूरी कोशिश की है कि कोई दंगाई इसे हाथ न लगाने पाए। अगर मंदिर को हाथ लगाया जाता है तो यकीन मानिए हम सबके लिए यह बेहद शर्मिंदगी की बात होती। हम हर वक्त मंदिर की सुरक्षा में लोग मौजूद थे। हमने मंदिर के पुजारी को वहां जाकर आश्वासन दिया कि आप सुरक्षित हैं हम आपके साथ हैं।’
इसी इलाके में 20 साल से रह रहे सुहैल मंसूरी ने कहा कि, ‘हमारे यहां के सारे हिंदुओं से अच्छे संबंध हैं। ईद पर वे हमारे यहां आते हैं और दिवाली पर हम उनके यहां जाते हैं। हम सब रात को लगातार पहरा दे रहे हैं, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो।’ बता दें, इस हिंसा में अब तक 34 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।