चैतन्य भारत न्यूज
सागर. चाहे इंसान हो या जानवर बच्चे के प्रति ममता हर किसी में होती है। ऐसा ही एक वाकया देखने को मिला सागर जिले के रहली क्षेत्र में आने वाले बलेह गांव में, जहां एक कुत्ते ने मां से बिछड़े बंदर के बच्चे को सहारा दिया।
दरअसल, मां से बिछड़ने के बाद यह मासूम बच्चा अकेले बलेह गांव स्थित तालाब के किनारे बैठा हुआ था। मासूम बंदर को अकेले बैठा देख वहां कुत्ता पहुंच गया। कुत्ते को देखते ही बंदर उसके करीब आ गया। फिर दोनों तालाब किनारे ही बैठकर खेलने लगे। कहा जा रहा है कि दोनों करीब एक से दो घंटे तक तलाब किनारे ही बैठे रहे।
कुत्ता बंदर को लेकर पुलिस चौकी पहुंचा
इस मासूम बंदर को कोई नुकसान न पहुंच जाए, मानो ऐसा सोचकर यह कुत्ता उस बंदर को अपनी पीठ पर बैठाकर पुलिस चौकी के पास पहुंच गया। कुत्ते और बंदर की इस गजब दोस्ती को देख पुलिसवालों का भी प्यार छलक आया। उन्होंने भूखे बंदर के लिए कुछ खाने का प्रबंध किया। चौकी प्रभारी अवधेश दुबे ने स्वयं बंदर को केले खिलाए।
इसके बाद चौकी प्रभारी ने बंदर को वन विभाग को सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक, बंदर के गले में पट्टा बंधा था। जिसे देखकर यह कहा जा रहा है कि वह खुद की या उसकी मां की गलती से अकेला नहीं हुआ, बल्कि किसी इंसानी हरकत का शिकार हुआ था। कुत्ते और बंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है। वीडियो को देखकर लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। साथ ही कुछ लोग नसीहत भी दे रहे हैं कि इस कुत्ते से इंसानों को सीखना चाहिए।