चैतन्य भारत न्यूज
इस समय पूरा देश लॉकडाउन से गुजर रहा है। सभी को अपने घरों में रहना पड़ रहा है। अब मोबाइल व लैपटॉप पर बिजी होने के साथ-साथ, लंबे समय तक टीवी देखना भी हमारी दिनचर्या में शामिल हो चुका है जिसका सीधा असर आंखों पर पड़ता है। वर्क फ्रॉम होम के कारण भी हमारा ज्यादातर समय स्क्रीन के सामने ही गुजरता है। स्क्रीन के सामने घंटों बैठे रहने से कई बार आंखों से पानी निकलने लगता है, आंखों के आस-पास दर्द होने लगता है। डॉक्टरों का मानना है कि जो लोग रोज 3 घंटे से ज्यादा समय तक रोज कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप या फिर टीवी के सामने गुजारते हैं, उन्हें कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आंखों का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं आखिर क्या है ये सिंड्रोम और कैसे रखें अपनी आंखों को स्वस्थ।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम होने का कारण
फोन, लैपटॉप, टीवी आदि से ब्लू लाइट निकलती है जिसके कारण आंखों में सूखापन आ जाता है। हम स्क्रीन को लगातार देखते रहते हैं जिसके कारण झपकाना भूल ही जाते हैं। जिससे आंखों में पानी आने लगता है। इसके अलावा सूखापन, जलन और आंखों का लाल हो जाती है। कई लोगों ऐसे भी है जिनकी आंखों से पानी आने की समस्या भी हो रही हैं। कई लोगों को चश्मा लगा होता है लेकिन वह नहीं पहनते हैं। इससे भी आंखों पर अधिक असर पड़ता है।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के लक्षण
- धुंधलापन
- दोहरी दृष्टि
- सूखापन
- लाल आंखें
- आंख में जलन
- सिर दर्द
- आंखों में दर्द या सूजन
- गर्दन या पीठ में दर्द
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कंप्यूटर विजन सिंड्रोम से बचाव
- काम के बीच में थोड़ा सा ब्रेक लें।
- कुछ नया करें जैसे एक्सरसाइज या आर्ट एंड क्राफ्ट जैसी चीजे। इससे आंखों को आराम मिलेगा।
- परिवार के साथ समय बिताएं।
- अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करें जिससे आपकी आंखें हैल्दी रहें। इसके लिए आप अखरोट, बादाम, खट्टे फल या फिर मछली खा सकते हैं।
- अंधेरे में काम करने से बचें।