चैतन्य भारत न्यूज
व्रत रखने को आमतौर पर श्रद्धा और भक्ति से ही जोड़कर देखा जाता है। लेकिन कम ही लोगों को पता होगा कि व्रत करना सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। वहीं दुनियाभर के अनेक वैज्ञानिक उपवास के फायदों को लेकर निरंतर रिसर्च कर रहे हैं। रिसर्च में पता चला कि कुछ-कुछ अंतराल पर उपवास करने से अनेक प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। इनमें वजन घटाने से लेकर हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल काम करना शामिल है। उपवास करने से याददाश्त बढ़ती है और मूड खुशनुमा होता है।
अमरीका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजिंग की न्यूरोसाइंस लेबोरेट्री के प्रमुख और जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय में न्यूरोसाइंस के प्रोफेसर मार्क मैटसन कई वर्षों से इस विषय पर शोध कर रहे हैं। रिसर्च में पाया कि उपवास करने से हृदय, मांसपेशियां, आंत और शरीर के अन्य अंग बेहतर कार्य कर पाते हैं और इससे मस्तिष्क की शक्ति बढ़ती है। प्रोफेसर मार्क के मुताबिक, उपवास के दौरान ऊर्जा की खपत काम होने से मस्तिष्क न्यूरोडिजनेरीटव (बढ़ती उम्र के साथ तंत्रिका तंत्र या नर्वस सिस्टम से संबंधित रोग) बीमारियों को रोकने में सफल होता है और मूड खुशनुमा होता है।
सेहतमंद व्यक्ति ही रखें उपवास
शोध में कहा गया कि जो लोग डाइबिटीज से पीड़ित हैं उनके लिए उपवास रखना नुकसानदेह है। उपवास से अनेक लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल के सीनियर नेफ्रोलॉजस्टिक डॉक्टर डीके अग्रवाल की राय में स्वस्थ व्यक्तियों के लिए एक सप्ताह या 15 दिन में एक बार उपवास रखना लाभप्रद हो सकता है। अस्वस्थ व्यक्ति का उपवास रखना उसके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
ये हैं उपवास से होने वाले लाभ
- शरीर से मल-पेशाब व अपान वायु का समुचित रूप से निर्वहन।
- तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करना।
- शरीर की सभी प्रक्रिया का सुधरना, सुस्ती दूर होना।
- स्वाद, भूख, प्यास और नींद का संतुलित होना।