चैतन्य भारत न्यूज
मध्य प्रदेश भारत का हृदय स्थल है, इसलिए इसका नाम मध्यप्रदेश पड़ा और आज (1 नवंबर) वह अपना 65वां स्थापना दिवस मना रहा है। स्थापना दिवस के इस खास मौके पर आज हम आपको मिला रहे हैं एक ऐसे शख्स से जिनका खुद का नाम उस राज्य पर है, जिसमें वह रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि इस शख्स ने अपने बेटे का नाम भी प्रदेश की राजधानी के नाम पर रखा है।
यह शख्स झाबुआ के शासकीय महाविद्यालय में गेस्ट प्रोफेसर हैं। इनका नाम है मध्यप्रदेश सिंह। मध्यप्रदेश सिंह को यह नाम उनके पिता ने सरकारी अफसरों से मिली एक डांट के बाद दिया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मध्यप्रदेश सिंह ने अपने तीन महीने के बेटे का नाम भोपाल सिंह रखा।
मध्य प्रदेश सिंह अमलावर झाबुआ के शहीद चंद्रशेखर आजाद कॉलेज में गेस्ट प्रोफेसर के तौर पर भूगोल पढ़ाते हैं और धार जिले के ग्राम भमोरी के रहने वाले हैं। जब ये समझदार हुए और अपना नाम पहचानने लगे तब शुरू-शुरू में इन्हें अटपटा लगता था, लेकिन अब अच्छा लगता है। जब भी अपना नाम किसी को बताते हैं तो लोगों को विश्वास नहीं होता और इसीलिए ये अपना आधार कार्ड जेब में लेकर ही चलते हैं।
मध्य प्रदेश सिंह ने अपने नाम की तरह अपने तीन माह के बेटे का नाम भी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नाम पर भोपाल सिंह रख दिया है। मध्यप्रदेश सिंह का कहना है कि, उन्होंने बहुत पहले ही सोच लिया था कि अगर बेटा होगा तो उसका नाम भोपाल ही रखेंगे। उनकी एक बेटी भी है जिसका नाम प्रकृति है। मध्य प्रदेश सिंह का मानना है कि उनका नाम ही उनकी विशिष्ट पहचान है।
वहीं मध्यप्रदेश की पत्नी किरण सिंह का कहना है कि, ‘जब उन्हें पता चला कि उनके होने वाले पति का नाम मध्य प्रदेश सिंह है तो शुरू-शुरू में उन्हें बहुत अटपटा लगा लेकिन बाद में उन्हें भी यह सब अच्छा लगने लगा।’ उन्होंने कहा कि, ‘उनके पति का नाम इतना प्रसिद्ध हो गया कि बड़े-बड़े लोग उनसे मिलने आते हैं। जबकि वह अपने बेटे का नाम भोपाल रखने को लेकर भी खुश हैं।’