चैतन्य भारत न्यूज
नागपुर. महाराष्ट्र के वर्धा जिले में पीछा करने वाले एक सिरफिरे द्वारा पिछले सप्ताह आग के हवाले की गई 25 साल की महिला लेक्चरर ने सोमवार सुबह नागपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।
वर्धा में विकेश नगराले (27) ने हिंगणघाट निवासी अंकिता पिसुड्डे (25) को 3 फरवरी को आग के हवाले कर दिया था जिसके कारण वह 40 प्रतिशत जल गई थी। उसका नागपुर के ‘ओरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर’ में इलाज चल रहा था। अंकिता की मौत के बाद नाराज परिजनों और स्थानीय लोगों ने वर्धा के हिंगणघाट इलाके में नागपुर-हैदराबाद हाईवे जाम कर दिया। नाराज लोग आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे थे। यह प्रदर्शन तकरीबन 3 घंटे तक चला और आखिरकार पुलिसवालों के समझाने के बाद सड़क जाम खत्म किया गया।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस पर शोक व्यक्त किया है। सीएम ने कहा कि, इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी। वहीं राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि, मृतका के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। मृतका के पिता ने कहा कि उनकी बेटी को जल्दी इंसाफ मिले और निर्भया मामले की तरह देरी न हो।
जानकारी के मुताबिक, अंकिता ने बॉटनी में पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री ली थी और वह अपनी बीएड डिग्री पूरी करने वाली थी। अंकिता के रिश्तेदारों के अनुसार विकेश पिछले कुछ समय से अंकिता को परेशान कर रहा था। घटना के कुछ घंटे बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। अभी विकेश वर्धा जेल में बंद है। अब उसके खिलाफ हत्या की धारा भी जुड़ेगी।