चैतन्य भारत न्यूज
फिल्म : मरजावां
कलाकार : सिद्धार्थ मल्होत्रा,रितेश देशमुख,तारा सुतारिया
निर्देशक : मिलाप जावेरी
मूवी टाइप : एक्शन, ड्रामा
अवधि : 2 घंटा 15 मिनट
सर्टिफिकेट : UA
कहानी
अन्ना (नासर) जैसे टैंकर माफिया किंग को रघु (सिद्धार्थ मल्होत्रा) बचपन में गटर के पास मिला था। बचपन से लेकर जवान होने तक रघु अन्ना की छत्र-छाया में पला-बढ़ा और उसके तमाम काले कारनामों और खून-खराबे में अन्ना का राईट हैंड रहा है। रघु अन्ना का हर हुक्म मानता, इस वजह से ही अन्ना उसे अपने बेटे से बढ़कर मानता है। मगर अन्ना का असली बेटा विष्णु (रितेश देशमुख) रघु से नफरत करता है। विष्णु शारीरिक तौर पर बौना होता है, इसलिए उसे लगता है कि अन्ना का असली वारिस होने के बावजूद सम्मान रघु को दिया जाता है। रघु को पूरी बस्ती प्यार करती है, जिसमें बार डांसर आरजू (रकुल प्रीत) और रघु के तीन दोस्त भी शामिल हैं। एक वक्त ऐसा आता है जब रघु की जिंदगी बदल जाती है। रघु की मुलाकात कश्मीर से आई गूंगी लड़की जोया (तारा सुतारिया) से होती है। जोया रघु को अच्छाई के रास्ते पर ले जाती है, लेकिन विष्णु कुछ ऐसे हालत पैदा कर देता है कि रघु को अपने प्यार जोया को अपने हाथों गोली मारनी पड़ती है। जोया की मौत के बाद रघु जीते-जी मर जाता है। इस दौरान बस्ती पर विष्णु का जुल्म बढ़ता जाता है। अब क्या रघु विष्णु से जोया की मौत का बदला लेगा और बस्तीवालों को उसके अत्याचारों से बचा पाएगा? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
कैसी है फिल्म
यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें एक्शन है, मोहब्बत और इंतकाम है। हालांकि लेखक-निर्देशक ने प्यार-मोहब्बत, बदला, कुर्बानी, जैसे तमाम इमोशंस के साथ जो यह कहानी बनाई है, उसे हम पहले भी कई बार देख चुके हैं। फिल्म में हीरो का अपनी हिरोइन को जान से मारना एक नई बात जरूर लगती है, लेकिन कमजोर स्क्रीनप्ले इन सीन्स को खराब बना देते हैं। फिल्म का म्यूजिक सभी को खूब पसंद आ रहा है।
कलाकारों न की एक्टिंग
सिद्धार्थ मल्होत्रा रघु की भूमिका में खरे उतरे हैं। उन्होंने हर सीन में शानदार परफॉर्म किया है। बौने विष्णु के रूप में रितेश अपनी खलनायकी दर्शाने में कामयाब रहे हैं। तारा सुतरिया इस फिल्म में बेहद खूबसूरत लग रही थी। रकुल प्रीत की बात करे तो बार डांसर की भूमिका वह ठीक-ठाक लगी हैं। अन्ना के किरदार में नासर याद रह जाते हैं।
ये भी पढ़े…
मरजावां का दमदार ट्रेलर रिलीज, सिद्धार्थ-तारा की प्रेम कहानी के बीच विलेन बनकर आए रितेश
बाला रिव्यू : कम बालों या गंजे लोगों का दर्द बयां करती आयुष्मान की बाला, कॉमेडी-मनोरंजन का बड़ा डोज
सांड की आंख रिव्यू : बहादुरी और इमोशन्स से भरपूर कहानी, तापसी-भूमि की दमदार एक्टिंग