चैतन्य भारत न्यूज
22 अगस्त से देशभर में गणेश उत्सव शुरू हो चुका है। भक्त 10 दिनों तक भगवान गणेश की पूजा अर्चना करेंगे। वैसे तो भगवान गणेश के कई रूप और नाम है लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं इंदौर के एक ऐसे गणेश मंदिर के बारे में जो बेहद अनोखा है। जूनी इंदौर में शनि मंदिर के पास लगभग 750 साल पहले राजस्थान से आए गड़रियों ने सिद्दी विनायक गणेश की स्थापना की थी।
ऐसा कहा जाता है कि ये भगवान गणेश की एकमात्र ऐसी प्रतिमा है जिसमें वे अपने हाथ में एक पोटली लिए हुए हैं। मान्यता है कि पोटली लिए हुए भगवान गणेश की पूजा करने से घर में संपन्नता आती है। यही कारण है कि गणेश चतुर्थी के मौके पर यहां श्रद्धालुओं की ज्यादा भीड़ होती है।
हल्दी की गांठों से होती है मन्नत पूरी
इस मंदिर की एक और विशेषता यह है कि जिन लोगों की शादी रुकी होती है उन्हें गुरूवार के दिन इस मंदिर में पूजन के लिए गणेश जी को चढ़ाई हुई हल्दी की गांठ दी जाती है। ये गांठे भक्त अपने घर में रखकर इनकी पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से उनकी सभी मन्नतें पूरी हो जाती हैं और शादी भी हो जाती है।