चैतन्य भारत न्यूज
19 अगस्त सोमवार को यानी आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इस तिथि को गणेश चतुर्थी व्रत कहते हैं। इस बार आने वाली गणेश चतुर्थी का महत्व और भी बढ़ गया है।
दरअसल इस बार गणेश चतुर्थी सोमवार के दिन पड़ रही है। ऐसे में गणेशजी के साथ ही शिवजी की भी विशेष पूजा करनी चाहिए। माना जाता है कि जो भी भक्त गणेश चतुर्थी का व्रत करता है उसे सुख-समृद्धि, ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं गणेश चुतर्थी की पूजा-विधि।
गणेश चुतर्थी की पूजा-विधि
- गणेश चतुर्थी पर स्नान के बाद लाल वस्त्र धारण करें।
- गणेशजी के सामने व्रत करने का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न ग्रहण न करें।
- इसके बाद पूजा के दौरान गणेश जी को सिंदूर, दूर्वा, फूल, चावल, फल, प्रसाद आदि अर्पित करें।
- पूजा के समय ‘श्री गणेशाय नम: मंत्र’ का जाप करते हुए पूजा करें।
- इसके बाद इन 12 मंत्रों का जाप करें- ऊँ सुमुखाय नम:, ऊँ एकदंताय नम:, ऊँ कपिलाय नम:, ऊँ गजकर्णाय नम:, ऊँ लंबोदराय नम:, ऊँ विकटाय नम:, ऊँ विघ्ननाशाय नम:, ऊँ विनायकाय नम:, ऊँ धूम्रकेतवे नम:, ऊँ गणाध्यक्षाय नम:, ऊँ भालचंद्राय नम:, ऊँ गजाननाय नम:।
- सच्चे मन से पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण करें और रात को व्रत खोल दें।