चैतन्य भारत न्यूज।
ओल्डेनबर्ग (जर्मनी). दर्जनों हत्याएं करने वाले सीरियल किलर की कहानियां तो कभी-कभार सुनाई देती हैं लेकिन सैकड़ों हत्याएं करने वाला एक सीरियल किलर भी इस धरती पर हुआ है। वह भी हाल ही के दिनों में। वह एक मेल नर्स था और अस्पताल में मरीजों को दवा को ओवरडोज देकर मार डालता था।
डेलमेनहोर्स्ट अस्पताल के आईसीयू में एक नर्स एक सिफारिशी चिट्ठी लेकर पहुंचा था। उसे ओल्डनबर्ग के अस्पताल में नौकरी पर रख लिया गया। अधिकारियों को उस समय इस बात का अंदाजा तक नहीं था कि वह आगे चलकर सीरियल किलर बनेगा। इस मेल नर्स का नाम नील्स होगेल है। अस्पताल प्रशासन को उस पर शक तब हुआ जब उसकी निगरानी में मरीजों की मौत होने लगी। जांच में पता चला कि वह मरीजों को दवाओं का ओवरडोज देकर मारा करता था।
जर्मनी निवासी 42 साल का मेल नर्स होगेल शांति काल के बाद देश का और शायद दुनिया का सबसे बड़ा सीरियल किलर निकला। अधिकारियों को शक है कि उनकी देखरेख में पांच सालों में 300 मरीजों की मौत हुई है, जिसकी शुरुआत वर्ष 2000 से हुई थी। अधिकारियों को उसके खिलाफ पूरी जांच करने में एक दशक से ज्यादा का समय लग गया।
अधिकारियों ने जर्मनी, पोलैंड और तुर्की से 130 शव बरामद किए हैं। हालांकि इन हत्याओं के पीछे का उद्देश्य पता नहीं चल पाया है। होगेल तक ने ने 43 लोगों को मारने की बात कबूल की है। उसने 52 अन्य लोगों को हत्या की बात से इनकार नहीं किया है। हालांकि पांच मारने की बात से मना नहीं किया है। हालांकि पांच लोगों को मारने की बात से उसने इनकार किया है। होगेल की इस करतूत पर पर जर्मनी को जवाब देना मुश्किल हो गया है।
बताया जा रहा है कि वह काफी लंबे समय से यह काम कर रहा था और बहुत समय बाद उसकी गतिविधियां प्रकाश में आईं। नाजी युग के अपराधों ने होगेल को इतने लंबे समय तक निर्बाध रूप से लोगों को मारने की इजाजत दी। होगेल को दो मरीजों की मौत के मामले में आजीवन कारावास की सजा दी गई है। उस पर चार अन्य की हत्या का मुकदमा चल रहा है। उसके पूर्व सहकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। मुकदमे में इसी जून माह में फैसला आ सकता है।