चैतन्य भारत न्यूज
चंडीगढ़. पिछले एक महीने से देश के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRP) को लेकर जमकर विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में भी नागरिकता कानून और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान मनाल खान नाम की एक बच्ची ने विरोध करने का अनोखा तरीका अपनाया।
हिजाब पहनकर पढ़ा गायत्री मंत्र
मनाल खान ने हिजाब पहनकर मंच पर जाकर सबसे पहले गायत्री मंत्र पढ़ा और फिर जनता के सामने गुरबाणी, बाइबिल और फातिहा भी पढ़कर सुनाया। इसके जरिए मनाल ने नागरिकता कानून के विरोध के बीच धार्मिक एकता की बेहतरीन मिसाल पेश की। मनाल का कहना है कि, ‘कोई भी धर्म लड़ना नहीं, बल्कि जुड़ना सिखाता है।’ इस बच्ची की ऊंची सोच की हर जगह तारीफ हो रही है।
प्रदर्शनकारियों से की यह गुजारिश
जानकारी के मुताबिक, मनाल छठी कक्षा में पढ़ती हैं। दरअसल शुक्रवार को बुड़ैल में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान मनाल हिजाब पहनकर आईं और मंच पर हाथ जोड़कर गायत्री मंत्र पढ़ने लगीं। फिर उन्होंने सिख धर्म के मूल मंत्र, ईसाई धर्म की बाइबिल और मुस्लिम धर्म का फातिहा पढ़ा। मनाल ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से सभी धर्मों का आदर करने की गुजारिश की।
माता-पिता ने सिखाया गायत्री मंत्र
मनाल ने बताया कि, मेरे माता-पिता ने मुझे सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाया है। मेरी मां ने मुझे गायत्री मंत्र सिखाया और पिता ने मुझे इसका अर्थ समझाया। मैं भी यही चाहती हूं कि सभी धर्म के लोग एक दूसरे का आदर-सम्मान करें।