चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। अब उड़ान के दौरान यात्रियों को वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार ने एयरलाइन कंपनियों को सोमवार को इसकी इजाजत दे दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसके लिए एक अधिसूचना जारी कर विमान अधिनियम, 1937 में बदलाव किया है।
इसके अनुसार शर्त रखी गई है कि वाई-फाई का इस्तेमाल करने के दौरान यात्री अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जैसे- लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन, स्मार्टवाच, ई-रीडर आदि को ‘फ्लाइट’ या ‘एरोप्लेन मोड’ में ही रखेंगे। इसके अलावा कहा गया कि उड़ान के दौरान वाई-फाई का इस्तेमाल तभी हो सकेगा जब नागर विमानन महानिदेशालय इसके लिए विमान को सत्यापित करता है।
Ministry of Civil Aviation: The Director-General shall certify the aircraft for the usage of internet service in-flight through Wi-Fi onboard. https://t.co/ewzwekH8DB
— ANI (@ANI) March 2, 2020
बता दें, पिछले महीने टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराने के लिए साझेदारी की घोषणा की थी। इस दौरान बताया गया था कि विस्तारा एयरलाइंस के साथ इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। गौरतलब है कि विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त कंपनी है।
इस मामले में नेल्को के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सीईओ ) पीजे नाथ ने कहा है कि, ‘हम यह बताकर उत्साहित हैं कि नेल्को देश में लंबे समय से प्रतीक्षित उड़ान ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत कर रही है। विस्तारा इस सेवा से जुड़ने वाली पहली विमानन कंपनी है।’
बता दें, मई 2018 से पहले भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ने वाले प्रत्येक विमान को डाटा या फोन सेवा चलाने की मंजूरी नहीं थी। यात्रा के वक्त यात्रियों को अपना मोबाइल फोन बंद करके या फिर फ्लाइट मोड पर रखना होता था। यही नियम विदेश से आने वाली उड़ानों पर भी लागू था। हालांकि दूरसंचार विभाग ने अब इस रोक को हटा लिया है।