चैतन्य भारत न्यूज
सुप्रीम कोर्ट में नियमित रूप से अयोध्या मामले की सुनवाई चल रही है। इसी बीच मुगल आक्रांता बाबर के वंशज का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि, राम मंदिर की पहली ईंट हम रखेंगें। आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर वंशज हबीबुद्दीन तुसी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की इच्छा जाहिर करते हुआ कहा कि, ‘हम मंदिर की नींव के लिए सोने की ईंट दान में देंगे।’
इसके अलावा उन्होंने कहा कि, ‘मैं ना केवल सोने की ईंट देने की पेशकश करूंगा बल्कि मंदिर निर्माण के लिए पूरी जमीन भी सौंप दूंगा।’ गौरतलब है कि इससे पहले तुसी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस का पक्षकार बनने की भी मांग की थी। हालांकि, उनकी याचिका स्वीकार नहीं हुई। बता दें कि तूसी का दावा है कि वह मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की छठी पीढ़ी के वंशज हैं।
तुसी ने आगे कहा कि, राम जन्मभूमि को लेकर विवाद चल रहा है लेकिन उसके मालिकाना हक के कागजात किसी भी पक्ष के पास नहीं हैं। मुगल वंश का वंशज होने के नाते वे अदालत के सामने अपनी बात कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि, वे सिर्फ अदालत के सामने अपने विचार रखना चाहते हैं। सिर्फ एक बार ही सही कोर्ट उनकी बात सुन लें।
तुसी ने कहा कि, ‘मैं इस बहस में नहीं पड़ना चाहता कि मस्जिद से पहले यहां क्या था, लेकिन अगर हिंदू उस स्थान को भगवान राम का जन्मस्थान मानकर उसमें आस्था रखते हैं, तो एक सच्चे मुस्लिम की तरह मैं उनकी भावना का सम्मान करूंगा।’
बता दें सुप्रीम कोर्ट बीते कई दिनों से नियमित रूप से अयोध्या मामले में सुनवाई कर रहा है। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संवैधानिक पीठ कर रही है।