चैतन्य भारत न्यूज
हिंदी सिनेमा के ‘शोमैन’ कहे जाने वाले अभिनेता-निर्माता-निर्देशक राज कपूर की आज 96वीं जन्मतिथि है। उनका जन्म 14 दिसंबर 1924 को पेशावर (पाकिस्तान) में हुआ था। राज कपूर का पूरा नाम ‘रणबीर राज कपूर’ था। रणबीर अब उनके पोते यानी ऋषि-नीतू के बेटे का नाम है। जन्मदिन के इस खास मौके पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं राज कपूर से जुड़ी कुछ खास बातें।
राज कपूर की स्कूली शिक्षा कोलकाता में हुई थी। उनका मन पढ़ने में कभी में नहीं लगता था इसलिए उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी। वे ऐसे मनमौजी विद्यार्थी थे जिन्होंने अपनी कॉपी-किताबें बेचकर खूब पकौड़े और चाट खाएं।
राज कपूर के करियर की शुरुआत क्लैपर बॉय से हुई थी। एक फिल्म की शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर केदार शर्मा ने उन्हें थप्पड़ भी मारा था। दरअसल एक सीन के दौरान राज कपूर हीरो के इतने करीब आ गए कि क्लैप देते ही वह हीरो की दाढ़ी में फंस गया था।
हालांकि केदार शर्मा को इसका अफसोस रात भर रहा। अगले दिन उन्होने अपनी नई फिल्म ‘नीलकमल’ के लिए राजकपूर को साइन कर लिया। राजकपूर को एक्टिंग तो पिता से विरासत में मिली थी। राजकपूर पिता के साथ रंगमच पर भी काम किया करते थे।
साल 1940-1960 के दशक में राज कपूर और नरगिस की जोड़ी काफी फेमस हुई थी। दोनों ने साथ में कई फिल्में भी की हैं। ‘आवारा’, ‘बरसात’, ‘जागते रहो’ जैसी कई फिल्मों में दोनों साथ में नजर आए। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और दोनों को प्यार हो गया। बात शादी तक भी पहुंच गई थी। मगर बाद में कुछ ऐसा हुआ कि दोनों ने रिश्ता तोड़ दिया।
साल 1960 में फिल्म ‘अनाड़ी’ और 1962 में ‘जिस देश में गंगा बहती है’ के लिए राज कपूर को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा साल 1965 में ‘संगम’, 1970 में ‘मेरा नाम जोकर’ और 1983 में ‘प्रेम रोग’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया था।
राज कपूर के बारे में एक दिलचस्प बात यह भी है कि उन्हें सफेद साड़ी बहुत पसंद थी। जब छोटे थे तब उन्होंने सफेद साड़ी में एक महिला को देखा था, जिस पर उनका दिल आ गया था। उस घटना के बाद से राज कपूर का सफेद साड़ी प्रति इतना मोह हो गया कि उनकी फिल्मों में काम करने वाली हीरोइनों और यहां तक कि घर में उनकी पत्नी कृष्णा भी हमेशा सफेद साड़ी ही पहना करती थीं।
राज कपूर की फिल्मों के कई गीत बेहद लोकप्रिय हुए। जिनमें फिल्म ‘श्री 420’ से ‘मेरा जूता है जापानी..’, फिल्म ‘आवारा’ से ‘आवारा हूं…’, लोकप्रिय फिल्म ‘मेरा नाम जोकर से’ ‘ए भाई जरा देख के चलो….’ और ‘जीना इसी का नाम है’ सबसे ज्यादा मशहूर है। राज कपूर की फिल्मों में ‘मेरा नाम जोकर’, ‘श्री 420’, ‘आवारा’, ‘बेवफा’, ‘आशियाना’, ‘अंबर’, ‘अनहोनी’, ‘पापी’, ‘आह’, ‘धुन’, ‘बूट पॉलिश’ प्रमुख हैं।