चैतन्य भारत न्यूज
हाथरस के बुलगढ़ी गांव में एक 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म हुआ था जिसके बाद उसकी मौत हो गई। इस मामले में गुरुवार को नया खुलासा हुआ है। दुष्कर्म के आरोपी संदीप ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को चिट्ठी लिखकर खुद को और तीन अन्य आरोपियों बेकसूर बताया है और पीड़िता की मां और उसके भाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
आरोपी संदीप ने चिट्ठी में क्या लिखा है
आरोपी संदीप ने चिट्ठी में लिखा है कि, ‘पीड़िता के साथ मेरी दोस्ती थी। मुलाकात के साथ मेरी कभी-कभी उससे फोन पर बात हो जाती थी। मेरी यह दोस्ती उसके घर वालों को पसंद न थी। घटना के दिन पीड़िता ने मुझे मिलने के लिए खेत में बुलाया था, जब मैं वहां गया तो पीड़िता के साथ उसकी मां और भाई मौजूद थे। पीड़िता के कहने पर मैं अपने घर चला गया। अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिला रहा था, तभी मुझे खबर मिली कि पीड़िता की मां और उसके भाई ने पिटाई की है। उसे गंभीर चोट आई थी। बाद में उसकी मौत हो गई। मैंने कभी भी पीड़िता तो मारा नहीं है और न ही कोई गलत काम किया।’
संदीप का कहना है कि, ‘इस मामले में हम निर्दोष हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और शमू को भी फंसाया गया। साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है। हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।’ हाथरस जेल अधीक्षक ने चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की है। हालांकि, अभी तक एसपी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
जेल में जान को खतरा बताया गया
इस बीच, आरोपियों के परिजन ने जेल में बंद अपने लड़कों की जान को खतरा बताया। उनका कहना है कि हमारे बच्चे जेल में सुरक्षित नहीं हैं। आरोपी रामू की भाभी ने कहा कि जेल में नेता मिलने जा रहे हैं। कहा जाता है कि जेल में सुरक्षा होती है, लेकिन मेरे बच्चों को जेल में खतरा है।
पीड़िता के परिजन बोले- हमें जहर दे दो
इस मामले में पीड़िता के परिवार का कहना है कि, ‘हमारे खिलाफ साजिश की जा रही है। उसको (पीड़िता) चुपके से जला दिया। अब हम लोगों को जहर दे दो।’ इससे पहले बुधवार को मुख्य आरोपी संदीप और लड़की के भाई के बीच फोन कॉल्स को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था। दोनों के बीच 13 अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक 104 बार बातचीत हुई। पूरा कॉल ड्यूरेशन करीब 5 घंटे का है, जबकि दोनों के घर 200 मीटर की दूरी पर ही हैं। इतना ही नहीं ज्यादातर कॉल आधी रात के बाद किए गए। इस मामले में जांच जारी है।