चैतन्य भारत न्यूज
ज्यादातर लोगों की यही धारणा रहती है कि, उम्र के साथ-साथ ब्लड प्रेशर बढ़ना सामान्य बात है। ऐसा इसलिए भी माना जाता है कि, उम्र के साथ धमनियां (Arteries) कड़ी और संकरी हो जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाना स्वाभाविक है, हालांकि ये सच नहीं है। वृद्धावस्था में अगर लंबे समय तक ब्लड प्रेशर अधिक रहा तो उसकी वजह से धमनियां कमजोर हो जाती हैं। इस कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इतना ही नहीं बल्कि हाई बीपी पर समय रहते नियंत्रण नहीं किया गया तो याददाश्त भी कम हो सकती है।
हावर्ड यूनिवर्सिटी के मुताबिक, उम्र के साथ धमनियां कड़ी हो जाने से हृदय को उनमें से रक्त को पंप करने में अधिक जोर लगाना पड़ता है। यानी कि संकरी धमनियों के कारण दिल को ओवरवर्क करना पड़ता है। इस वजह से उच्च रक्तचाप से हार्ट अटैक और आघात का खतरा बढ़ जाता है। 60 साल और इससे अधिक की आयु वर्ग के लोगों में मध्यम से गंभीर उच्च रक्तचाप का इलाज समय पर नहीं हुआ तो मृत्यु दर भी बढ़ सकती है। बता दें ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक, आघात, किडनी की समस्या या आंखों से जुड़ी बीमारियों का कारण भी बनता है।
इन बातों का खास ख्याल रखें
- उम्र के साथ मोटापा बढ़ना, एक्सरसाइज न करना, तला-भुना खाना, तनाव, स्मोकिंग आदि के अलावा किडनी की बीमारी, थायरॉयड, ट्यूमर जैसी बीमारियां भी ब्लड प्रेशर की वजह बनती हैं।
- 60 की उम्र के साथ खानपान का विशेष ध्यान रखें।
- न्यूट्रिशियस डाइट लें और फल सब्जियों का सेवन करें।
- प्रतिदिन 30 मिनट वॉक, फिर तेज चाल चलें।
- खानपान में नमक का सेवन कम मात्रा में करें।