चैतन्य भारत न्यूज
शिमला. हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बर्फबारी हुई। मनाली के रोहतांग में करीब डेढ़ फुट बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं मौसम विभाग की भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी के बाद शिमला जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है। जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में न जाने की चेतावनी दी है। साथ ही खराब मौसम को देखते हुए मंडी, सिरमौर और शिमला जिला प्रशासन ने बर्फीले इलाकों से होकर जाने वाली चूड़धार, शिकारी देवी और कमरूनाग धार्मिक यात्राओं पर रोक लगा दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 23 नवंबर तक मौसम खराब रहने के आसार हैं। 24 और 25 नवंबर को मौसम साफ रहेगा। 26 नवंबर को दोबारा बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 22 और 23 नवंबर के येलो अलर्ट के बाद शिमला जिला प्रशासन ने बारिश और बर्फबारी से निपटने के लिए कमर कस दी है।
जानकारी के मुताबिक, लाहौल स्पीति में गोंदला में 6 सेंटीमीटर, केलांग के उदयपुर में 5 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है। इसके अलावा, कांगड़ा की धौलाधार में भी बर्फबारी हुई है। शिमला उपायुक्त अमित कश्यप ने कहा है कि, ‘मौसम विभाग ने शिमला जिले में दो दिनों तक भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है, जिसको देखते हुए लोगो को ऐहतियात बरतने को कहा गया है। ज्यादा खतरा शिमला के ऊपरी क्षेत्रो में है, जहां बर्फबारी की संभावना निचले क्षेत्रों से ज्यादा होती है। इन सभी जगहों पर फिलहाल नही जाने की नसीहत प्रशासन दे चुका है।’
उन्होंने कहा कि, ‘शिमला के सभी ऊपरी क्षेत्र डोडरा कवार, चौपाल ओर रामपुर के ऊपरी क्षेत्रो में भी 6 महीने का राशन का स्टॉक पहुंचा दिया है, जिससे कि हालात बिगड़ने पर स्थानीय लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े।’