चैतन्य भारत न्यूज
आज हिमाचल प्रदेश का 72वां स्थापना दिवस है। 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्य बना था। अप्रैल, 1948 में 27,000 वर्ग कि.मी. में फैली हुई लगभग 30 रियासतों को मिलाकर हिमाचल को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। आज हम आपको बताएंगे हिमाचल प्रदेश से जुड़ी कुछ खास बातें।
- ‘हिमाचल प्रदेश’ नाम संस्कृत के विद्वान आचार्य दिवाकर दत्त शर्मा ने दिया था। हिमाचल दो शब्दों से मिलकर बना है- हिम+अचल। हिम यानी बर्फ और अचल यानी पहाड़।
- हिमाचल प्रदेश पश्चिमी हिमालय के मध्य में स्थित है, इसे देव भूमि कहा जाता है। यहां देवी और देवताओं का निवास स्थान माना जाता है। हिमाचल राज्य में पत्थर और लकड़ी के अनेक मंदिर हैं।
- हिमाचल प्रदेश में 32 ऐसी बोलियां हैं, जिनमें एक-दूसरे से अच्छा खासा फर्क है मगर सांस्कृतिक रूप से हिमाचल एक ही है।
- पॉलिथीन और तंबाकू पर बैन लगाने के बाद उसे सही तरीके से लागू करने में हिमाचल प्रदेश सबसे आगे है।
- पूरे देश के मुकाबले हिमाचल प्रदेश में अपराध की दर बेहद कम है। कानून-व्यवस्था के साथ इस बात का श्रेय यहां के निवासियों को भी जाता है।
- प्रदेश की 95 आबादी हिंदू है और अन्य धर्मों के लोगों के साथ किसी तरह के भेदभाव की खबरें यहां नहीं आतीं। सांप्रदायिक सौहार्द्र के मामले में हिमाचल पूरे देश के लिए मिसाल है।
- हिमाचल 8,418 MW बिजली पैदा करता है। देश का मेगावॉट क्षमता का पहला हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर स्टेशन आजादी से पहले हिमाचल के जोगिंदर नगर में शुरू हुआ था।
- कांगड़ा का बिलिंग (बीड़) पूरी दुनिया में पैराग्लाइडिंग के लिए मशहूर है। यहां से उड़ान भरने के लिए देश-दुनिया से हर साल सैकड़ों पायलट आते हैं।
- हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक भोज को धाम कहा जाता है। विशेष ढंग से बनाए गए व्यंजनों को पत्तों की थाली में परोसकर जमीन पर बैठकर खाते हैं।
- कहा जाता है कि हिमाचल कस्बों और गांवों में रामायण और महाभारत के पौराणिक युग के कुछ निशान देखने को मिलते हैं। शिमला के जाखू मंदिर कैसा मंदिर है जहां लोग मानते हैं कि वहां भगवान हनुमान ने संजीवनी बूटी की खोज में विश्राम किया था।
- हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की चित्रकारी जिसे ‘कांगड़ा चित्रकला’ या ‘कांगड़ा कलम’ कहते हैं, दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
- हिमाचल प्रदेश में अखरोट, पाइन नट, सेब, आड़ू, चेरी, और प्लम की पैदावार होती है।