चैतन्य भारत न्यूज
कोरोना वायरस ने इस समय पूरे विश्व में आतंक मचा रखा है। अब तक ये वायरस 9 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है, जबकि करीब ढ़ाई लाख लोग इसके संक्रमण का शिकार हो गए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक खगोलीय घटना को लेकर दावा किया जा रहा है। कुछ लोग सोशल मीडिया पर यह दावा कर रहे हैं कि 29 अप्रैल को पूरी दुनिया का विनाश हो जाएगा। तमाम अफवाह फैलने के बाद अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने इसकी सच्चाई बताई है।
ये है दावा
दरअसल सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें यह दावा किया जा रहा है कि आगामी 29 अप्रैल को इस दुनिया से मानव सभ्यता का खात्मा हो जाएगा। वीडियो में बताया गया है कि 29 अप्रैल को एक एस्टेरॉयड (क्षुद्रग्रह, छोटा तारा) पृथ्वी से टकराएगा, जिसके बाद भयंकर तबाही और विनाश जैसी स्थिति आ सकती है। लेकिन ये सभी खबरें पूरी तरह से गलत हैं।
On April 29. asteroid 1998 OR2 will safely pass Earth by 3.9 million miles/6.2 million km. A @Daily_Express article implying there is a “warning” about this asteroid is false. A complete listing of all asteroid passes is always public at https://t.co/i6i8HwCDJq. Carry on!
— Asteroid Watch (@AsteroidWatch) March 4, 2020
ये है सच्चाई
नासा ने बताया है कि यह बात सच है कि एक बड़ा एस्टेरॉयड तेजी से धरती की तरफ आ रहा है। इसका आकर धरती के सबसे ऊंचे पहाड़ माउंट एवरेस्ट से भी कई गुना ज्यादा बड़ा है। लेकिन ये पृथ्वी से करीब 6.4 मिलियन मील की दूरा से गुजरेगा।
Large asteroid will fly by the Earth next month, but won’t hit us, reassures NASA https://t.co/QWNZl5rgQw pic.twitter.com/TMWVbh9Zxg
— AlphaTime News (@AlphaTimeNews) March 14, 2020
नासा ने क्या कहा
नासा के मुताबिक, इस एस्टेरॉयड की गति 31,319 किलोमीटर प्रतिघंटा है यानी करीब 8.72 किलोमीटर प्रति सेंकड है। लेकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि यह धरती से करीब 64 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा। अंतरिक्ष विज्ञान में यह दूरी बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती है लेकिन बहुत कम भी नहीं मानी जाती है।
1998 में पहली बार देखा था
हालांकि, कुछ वैज्ञानिकों ने इसके धरती से टकराने की भी आशंका जताई है। वैज्ञानिकों ने इस एस्टेरॉयड को 52768 (1998 OR 2) नाम दिया गया है। नासा ने इस एस्टेरॉयड को सबसे पहले साल 1998 में देखा था। इसका व्यास (Diameter) करीब 4 किलोमीटर का है।
झूठे हैं सभी दावे
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह एस्टेरॉयड 29 अप्रैल को धरती के पास से गुजरेगा। खगोलविदों ने बताया कि, ‘ऐसे एस्टेरॉयड की हर 100 साल में धरती से टकराने की 50,000 बार संभावनाएं होती हैं। लेकिन, किसी न किसी तरीके से ये पृथ्वी के किनारे से निकल जाते हैं।’ नासा द्वारा दी गई जानकारी सामने आने के बाद यह तो साफ हो गया है कि इस एस्टेरॉयड से धरती पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। वहीं दुनिया ख़त्म होने से जैसे सभी दावे भी झूठे हैं।