चैतन्य भारत न्यूज
किसी भी रिश्ता का आधार विश्वास होता है जहां विश्वास होता है वहां रिश्ता लंबे समय तक टिका रहता है। ऐसे में शादी के बाद की जिंदगी एक दूसरे के साथ और विश्वास पर ही निर्भर करती है। अक्सर देखा गया है कि शादी के कुछ सालों बाद ही पति-पत्नी के रिश्ते में खटास आ जाती है। कई बार तो ये नौबत तलाक तक पहुंच जाती है। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ही कारण जिनकी वजह से ये नौबत आती है।
समाज का दखल
कई लोगों की आदत होती है कि पत्नी-पत्नी के बीच की बातें भी वे अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को बताने लगते हैं। जिससे बहुत बार आपके सोचने का तरीका नकारात्मक हो जाता है और इन सबकी वजह से लड़ाई-झगड़े शुरू हो जाते हैं।
एक-दूसरे में कमी निकालना
पत्नी-पत्नी के रिश्ते में थोड़ी बहुत नोकझोंक होना आम बात है। लेकिन हर बार झगड़े के समय पिछली गलतियों को गिनाना शुरू कर देंगे तो फिर झगड़े कभी खत्म ही नही होंगे। इसलिए बेहतर होगा कि पुरानी बातों की भुला दें।
मौन हो जाना
जब आपको लगे कि आपके पार्टनर का मूड कुछ ठीक नहीं है और किसी मुद्दे पर बात करने से लड़ाई हो सकती है तो ऐसे में आपका मौन रहना ही बेहतर होगा। लेकिन ये मौन बहुत लंबा न खीचें। अगर एक दूसरे से बात करना ही छोड़ देंगे तो फिर रिश्ते में दरार पड़ना स्वाभाविक है।
माता-पिता की बुराई
किसी को भी अपने माता-पिता की बुराई पसंद नहीं आती है। अगर आपको वाकई अपने रिश्ते को निभाना हैं तो एक दूसरे के अभिभावकों के प्रति सम्मान की भावना रखें।
दूसरों से तुलना
कई लोग अपने पार्टनर की तुलना दूसरे लोगों से करने लगते हैं जिससे भी रिश्ते टूट जाते हैं। जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकार करें। हर इंसान की अपनी खूबियां होती हैं। हो सकता है दूर से जिस इंसान का स्वभाव अच्छा लग रहा है वो वैसा न हो। इसलिए बेहतर होगा आप अपने पार्टनर की तुलना किसी दूसरे के जीवनसाथी से न करें।