चैतन्य भारत न्यूज
गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक इंजिनियर ने अपनी पत्नी और 3 बच्चों का गला काटकर हत्या कर दी। पत्नी व बच्चों की हत्या करने के बाद आरोपी ने अपने साले को इसका वीडियो बनाकर व्हाट्सएप पर भेजा। वीडियो के साथ ही आरोपी ने खुद के भी खुदकुशी करने की बात बताई। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी सुमित सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। सुमित ज्ञानखंड-4 के फ्लैट में अपने परिवार के साथ रहता था। बताया जा रहा है कि आरोपी कई माह से बेरोजगार चल रहा था। इसके चलते वो परेशान हो गया था और फिर उसने पत्नी अंशुबाला (35), बेटा प्रथमेश (6) व जुड़वा बेटा-बेटी आरव और आकृति (4) को बेरहमी से मार डाला। सूत्रों के मुताबिक, जनवरी में उसकी नौकरी छूट गई थी। नौकरी ना होने के कारण उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो गया था। शनिवार रात करीब 3 बजे सुमित ने अपने सोते हुए पत्नी व तीनों बच्चों की चाकू गोदकर हत्या कर दी। रातभर वो शव के साथ फ्लैट में ही रहा और सुबह फरार हो गया। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद चारों की मौत का कारण और समय की सही जानकारी मिलेगी।
इसके बाद रविवार शाम करीब 6 बजे सुमित ने अपने साले को मैसेज कर बताया कि उसने पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी है। साथ ही उसने उनका वीडियो भी भेजा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो में सुमित कह रहा है कि, ‘मैं अब परिवार को संभालने लायक नहीं रहा। मेरे पास नौकरी भी नहीं है। एक व्यापारी ने एक लाख रुपये ठग लिये हैं। कोल्ड ड्रिक में नींद की गोली डालकर अंशु बाला और बेटे प्रथमेश, आरव व आकृति को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद मैंने धारदार हथियार से सभी की लगा रेतकर हत्या कर दी है। सभी का शव फ्लैट पर पड़ा है। जाओ शव को फ्लैट से ले आओ. मैं पोटैशियम सायनाइड खाकर मरने जा रहा हूं। यह मेरा आखिरी वीडियो है’
फिलहाल आरोपी का मोबाइल नंबर बंद आ रहा है और पुलिस उसकी जांच में जुटी हुई हैं। सभी शवों को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पड़ोसियों का कहना है कि, सुमित बेहद साधारण व्यक्ति था। वो बोलता भी बहुत कम था। सुमित के साले पंकज ने बताया कि, सुमित की पत्नी अंशु इंदिरापुरम स्थित मदर प्राइड प्ले स्कूल में शिक्षिका थीं। साथ ही वह घर पर बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती थीं। अंशु की कमाई से पूरा घर चलता था।
घटना स्थल से पुलिस को कत्ल के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार भी मिला है। ये हथियार पानी या कपड़े से साफ किया हुआ था। हथियार घर में प्रयोग होने वाला मामूली चाकू नहीं था। फिलहाल हथियार जांच के लिए फरेंसिक टीम के पास है।