चैतन्य भारत न्यूज
गाजियाबाद. हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईएएस अफसर पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर चर्चा में आईं हरियाणा सरकार में आईएएस रानी नागर ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के पीछे कारण सरकारी डयूटी पर व्यक्तिगत सुरक्षा को बताया गया है। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा को भेजा। इसकी प्रति राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के प्रधान सचिव व निदेशकों को भेजी है। रानी ने इस्तीफा देने की जानकारी फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर दी है।
रानी का फेसबुक पोस्ट
रानी ने पोस्ट में लिखा कि- ‘मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूं कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आई. ए. एस. के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ से अपने पैतृक शहर गाजियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।’
कौन हैं रानी नागर
रानी नागर उत्तर प्रदेश के गाजिबाद की रहने वाली हैं। वह 2014 बैच हरियाणा कैडर की आईएएस अफसर हैं। रानी दिसंबर 2019 से अपनी बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं। इस समय वह सामाजिक सुरक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात थीं। रानी ने जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते एक अफसर पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसे लेकर वो सुर्खियों में आई थीं।
फेसबुक पर वीडियो पोस्ट कर जान को बताया था खतरा
रानी और उनकी बहन ने 17 अप्रैल को एक वीडियो शेयर कर कहा था कि, ‘यदि उन्हें कुछ हो जाए या वे लापता हो जाएं तो उनके इस वीडियो को बतौर बयान सीजेएम चंडीगढ़ की अदालत में विचाराधीन केस संख्या 3573/2019 में दर्ज कराएं।’ रानी ने आगे यह भी बताया था कि, वरिष्ठ आईएएस सुनील गुलाटी व चंडीगढ़ पुलिस के कुछ अफसरों के खिलाफ उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हुआ है।
पहले भी सुर्खियों में रही
बता दें रानी ने पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते हुए तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सुनील गुलाटी पर दुर्व्यवहार व उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा था। हालांकि, गुलाटी ने खुद पर लगे सभी आरोपों को नकार दिया था और सरकार को भी जवाब दे दिया था।