चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. साल की शुरुआत में पहले तो कड़ाके की ठंड ने खूब सताया और अब भीषण गर्मी जनता को तपाने के लिए तैयार है। मौसम विभाग ने बताया कि, ग्लोबल वार्मिंग और मौसम चक्र में बदलाव के कारण इस साल मार्च से लेकर मई तक देश के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ेगी। इस दौरान लू की स्थिति भी सामान्य से अधिक होगी।
1.5 डिग्री अधिक रह सकता है पारा
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों जैसे मध्य, पश्चिमी एवं पूर्वोत्तर भारत के इलाकों में मार्च, अप्रैल और मई में सामान्य से अधिक गर्मी रहेगी। मौसम चक्र में बदलाव के चलते पारा सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक रह सकता है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान और अरुणाचल प्रदेश में मार्च से लेकर मई तक औसतन अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहने वाला है। जम्मू और कश्मीर, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में गर्मी में औसतन अधिकतम तापमान 0.5-1 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है।
Press Release on Seasonal Outlook for the Temperatures during March to May, 2020 :
The March-April-May (MAM) season average temperatures are likely to warmer than normal over most of the meteorological subdivisions of northwest, west and central India and 1/3@rajeevan61 pic.twitter.com/F724JXcHKc
— India Met. Dept. (@Indiametdept) February 27, 2020
इन राज्यों में सामान्य से ज्यादा लू चलने की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में इस दौरान सामान्य से ज्यादा लू चलने की संभावना है।
गर्मी तोड़ेगी 5 साल का रिकॉर्ड
इस बार दुनियाभर के तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ब्रिटेन के मौसम विभाग का कहना है कि इस साल गर्मी अधिक पड़ेगी और साथ ही अगले पांच साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने के आसार हैं। वैसे फरवरी से ही महाराष्ट्र व दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। यहां के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री के बीच दर्ज किया जा रहा है।
अगला पूर्वानुमान अप्रैल में होगा जारी
गौरतलब है कि हर साल भारतीय मौसम विभाग गर्मी और सर्दी को लेकर पूर्वानुमान जारी करता है। फरवरी के बाद अब दूसरा पूर्वानुमान अप्रैल के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा। फिर मई की शुरुआत में मानसून का पूर्वानुमान जारी किया जाएगा।