चैतन्य भारत न्यूज
लंदन. ब्रिटेन में तीन से चार साल के 24 प्रतिशत बच्चों के पास अपना टैबलेट है। इनमें से 15 प्रतिशत बच्चों को इन गैजेट को अपने साथ 24 घंटे तक रखने की अनुमति है। मीडिया रेगुलेटर ऑफकॉम ने ‘द एज ऑफ डिजिटल इंडिपेंडेंस’ की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल फोन को बच्चों की पहली पसंद बताया गया है। उनके अभिभावकों का कहना है कि आजकल के बच्चे बिना इंटरनेट के दुनिया को नहीं जानते। दस वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे अधिकतर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही सामाजिक कारणों और संस्थाओं के प्रति हमेशा एक्टिव रहते हैं और उनके प्रति अपने समर्थन को भी प्रदर्शित करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि 18 प्रतिशत बच्चे किसी न किसी पोस्ट को शेयर या कमेंट जरूर करते हैं। वहीं 45 प्रतिशत अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के इंटरनेट इस्तेमाल करने के जोखिम तो हैं, लेकिन लाभ भी है।
रिपोर्ट में बताया गया कि 80 प्रतिशत बच्चे सोशल मीडिया पर वीडियो ऑन डिमांड देखते हैं, जबकि 62 प्रतिशत की दिलचस्पी व्हाट्सएप में है। वहीं पांच से 15 वर्ष की 48 प्रतिशत लड़कियां और 71 प्रतिशत ऑनलाइन गेम खेलते हैं। हालांकि रिपोर्ट के बाद अभिभावकों की चिंताएं बढ़ी हैं। उन्हें लगता है कि बच्चे ऐसे कंटेंट भी देख रहे हैं, जिससे वो अपने को नुकसान पहुंचा रहे हैं। साल 2019 की यह स्टडी बच्चों और उनके अभिभावक के साथ मिलकर की गई है।