चैतन्य भारत न्यूज
इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में 1 अप्रैल को कोरोनावायरस की जांच करने गए डॉक्टरों की टीम पर पत्थरबाजी की गई थी। इस घटना ने इंदौर के साथ-साथ पूरे देश के मुस्लिम समुदाय के लोगों को शर्मिंदा कर दिया है। ऐसे में अब इस घटना के लिए इंदौर के प्रमुख मुस्लिम संगठन ने अपनी तरफ से अखबार में एक माफीनामा का विज्ञापन छपवाया है और इस घटना के लिए सार्वजनिक रूप से डॉक्टर और नर्सो समेत सभी लोगों से माफी मांगी है।
इलाके से मिले 10 कोरोना मरीज
बता दें 1 अप्रैल को शहर के टाटपट्टी बाखल इलाके में स्क्रीनिंग करने गई स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर लोगों ने पथराव किया था। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद देशभर में इसकी निंदा हुई थी। बाद में इंदौर कलेक्टर ने डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर रासुका लगाकर जेल भेज दिया था। बाद में शहर के जिस इलाके में यह पत्थरबाजी हुई थी वहां से कोरोना के 10 पॉजिटिव मरीज निकले।
माफीनामे में क्या लिखा
तमाम मुस्लिम संगठनों द्वारा छापे गए माफीनामे में कहा गया है कि, ‘डॉ. तृप्ति कटारिया, डॉ. जकिया सैयद, समस्त डॉक्टर, नर्सों, मेडिकल टीम, शासन-प्रशासन के समस्त अधिकारी, सभी पुलिसकर्मी, सभी आशा-आंगनबाड़ी, संस्थाएं और समस्त लोग कोरोना के बचाव में लगे हुए हैं, हमारे पास आपके लिए शब्द नहीं हैं, जिससे हम आपसे माफी मांग सकें। यकीन कीजिए हम शर्मसार हैं, उस अप्रिय घटना के लिए जो जाने-अनजाने और अफवाहों में आकर हुई है।’
माफीनामा में आगे लिखा गया है कि- हम इकरार करते हैं कि उस रब के बाद आप लोग ही हैं, जो हमारी हर बीमारी और हर मुश्किल के समय हमारे लिए दीवार बनकर खड़े रहते हैं। इसीलिए आज हम दिल से आप सभी से माफी मांगना चाहते हैं, हमें माफ कर दीजिए। हम उस वक्त में पीछे जाकर उसे सुधार तो नहीं सकते हैं, पर वादा करते हैं कि भविष्य में समाज की हर कमी को खत्म करने की हरसंभव कोशिश जरूर करेंगे।
गृह मंत्रालय ने राज्यों को लिया पत्र
डॉक्टरों के साथ मारपीट का मामला सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने डॉक्टरों और उनकी टीम की सुरक्षा को लेकर राज्यों को पत्र लिखा था। गृह मंत्रालय ने पत्र में कहा है कि, ‘जो लोग स्वास्थ्य सेवाओं में काम कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।’ इस पत्र में गृह मंत्रालय ने स्वास्थ्य और सीमावर्ती श्रमिकों पर हमला करने के मामले में सख्त कार्रवाई करने के बारे में भी लिखा है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि, ‘इंदौर में हुई घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना में शामिल लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा। पीड़ित मानवता को बचाने के कार्य में कोई भी बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’