चैतन्य भारत न्यूज
नई दिल्ली. भारतीय रेलवे की सहयोगी कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) का आईपीओ (IPO) 30 सितंबर को शेयर बाजार में आ सकता है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने सभी तैयारियां भी पूरी कर ली हैं। आईपीओ से सरकार की योजना 400 करोड़ रुपए जुटाने की है। साल 2019 की शुरुआत में ही वित्त मंत्रालय ने आईआरसीटीसी की आईपीओ प्रक्रिया शुरू की थी। बता दें आईआरसीटीसी होटल बुकिंग, रेलवे की खानपान सेवा, टिकट बुकिंग और पर्यटन से जुड़े काम करती है।
SEBI को भेजा गया था प्रस्ताव
केंद्र सरकार ने अगस्त में आईआरसीटीसी के आईपीओ का प्रस्ताव सेबी (SEBI) को भेज दिया था। बता दें आईपीओ आने के बाद आईआरसीटीसी में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी घटकर 12.5 फीसदी रह जाएगी। आईआरसीटीसी ने कारोबारी साल 2019 में 1,899 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया था। पिछले कारोबारी साल से यह राजस्व करीब 25 प्रतिशत अधिक था। कंपनी का बीते साल से प्रॉफिट भी 23.5 प्रतिशत बढ़ गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोजाना आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर करीब 72 लाख लोग लॉगिन करते हैं। आईआरसीटीसी की स्थापना 1999 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने की थी। साल 2008 में इसे मिनीरत्न का दर्जा दिया गया था।
अप्रैल में मिली थी कैबिनेट की मंजूरी
बता दें कि अप्रैल में सरकार ने एक अन्य रेलवे इकाई रेल विकास निगम (RVNL) को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किया था। सरकार ने अप्रैल में रेल विकास निगम लिमिटेड में 12.12 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी थी। इससे उन्होंने करीब 480 करोड़ रुपए जुटाए थे। अप्रैल 2017 में केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने रेलवे की 5 कंपनियों को स्टॉक मार्केट में लिस्ट कराने को मंजूरी दे दी थी। इनमें इरकॉन इंटरनेशनल, राइट्स, RVNL और IRCTC कंपनी शामिल हैं।
1.05 लाख करोड़ जुटाने का लक्ष्य
मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार ने पीएसयू में अपनी हिस्सेेदारी बेचकर 1.05 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बता दें पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने विनिवेश से 85,000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया था।
आईपीओ क्या होता है?
आईपीओ का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग्स है। इसके जरिए कंपनियां शेयर बाजार में खुद को लिस्टेड करवा देती हैं और फिर अपने शेयर निवेशकों को बेचने का प्रस्ताव लाती हैं। अपने कारोबार को बढ़ने के लिए या फिर दूसरे सभी खर्चों को पूरा करने के लिए कंपनी कई तरीकों से रकम जुटती है। आईपीओ पहला ऐसा अवसर होता है जब कंपनी सामान्य जनता को अपने शेयर खरीदने या बेचने का मौका देती है और सामान्य जनता को भी कंपनी के हिस्से में भागीदारी का अवसर देती है।