चैतन्य भारत न्यूज
राजस्थान के करौली में मंदिर की जमीन को लेकर हो रहे दो पक्षों में विवाद में एक पुजारी को जलाकर मार डालने का मामला सामने आया है। गांव के दबंगों ने पेट्रोल पुजारी पर पेट्रोल डालकर उन्हें जिंदा जला दिया। बुरी तरह से जले पुजारी की जयपुर के SMS अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
घटना के मुख्य आरोपी को हमले के 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दूसरे आरोपियों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय करार दिया। पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, सपोटरा, करौली में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद घटना में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कार्रवाई जारी है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
We won’t perform last rites of the body till our demands are met. We want Rs 50 lakhs compensation & a govt job. All accused must be arrested & action should be taken against Patwari & policemen who are supporting the accused. We want protection: Lalit, Priest Babulal’s Relative https://t.co/GlxRkKuTCe pic.twitter.com/JBPUrKgwnB
— ANI (@ANI) October 10, 2020
परिवार ने किया अंतिम संस्कार करने से इनकार
पीड़ित परिवार द्वारा मांगें पूरी नहीं होने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया गया है। पीड़ित परिवार की मांग है कि उन्हें 50 लाख का मुआवजा और परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। परिवार का कहना है कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम शरीर का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। साथ ही उनकी यह भी मांग है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही हम सुरक्षा चाहते हैं।
ब्राह्मण समाज, पुजारी संघ नाराज
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना की कड़ी निंदा की है। इसके अलावा शनिवार सुबह बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। वहीं जयपुर और करौली जिले में पुजारियों और ब्राह्मण समाज इस घटना से काफी नाराज बताया जा रहा है। ब्राह्मण समाज, पुजारी संघ, बजरंग दल, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर एक्शन की मांग की थी।