चैतन्य भारत न्यूज
बेंगलुरू. कर्नाटक में 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार मंगलवार को गिर गई। इसके साथ ही 1 जुलाई से विधायकों के इस्तीफों के दौर के साथ शुरू हुआ सियासी सस्पेंस भी खत्म हो गया। मंगलवार को विधानसभा में हुए बहुमत परीक्षण में कांग्रेस-जेडीएस के पक्ष में 99 और विपक्षी दल बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े। इस तरह 14 महीने तक चली गठबंधन सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा। अब ऐसे में कर्नाटक की सियासत में बुधवार का दिन खास रहेगा। बीजेपी विधायक दल की बैठक आज हो सकती है। बीजेपी राज्य में सरकार बनाने का दावा भी पेश करेगी।
इस्तीफे से पहले विधानसभा में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि, ‘मैं राजनीति में नहीं आना चाहता था लेकिन किस्मत ले आई। मैं बेहद आहत हूं और पद त्यागने के लिए तैयार हूं। मैं एक्सीडेंटल सीएम हूं।’ एचडी कुमारस्वामी की सरकार गिरते ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि कुमारस्वामी की हार लोकतंत्र की जीत है। कुमारस्वामी सरकार से कर्नाटक परेशान था। मैं कर्नाटक के लोगों को विश्वास दिलाता हूं, अब विकास का नया दौर शुरू होगा।
इसी बीच राज्यपाल वजुभाई वाला ने कुमारस्वामी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। विश्वास मत हारने के बाद, कुमारस्वामी ने राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा गवर्नर को सौंपा था। इस्तीफा मंजूर करते हुए वजुभाई वाला ने कुमारस्वामी को वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने को कहा।