चैतन्य भारत न्यूज
तिरुवनंतपुरम. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन केरल विधानसभा तक पहुंच गया है। बुधवार को केरल विधानसभा में बजट सत्र के दौरान यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के विधायकों ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का घेराव किया। विधायकों ने नागरिकता कानून के खिलाफ और ‘राज्यपाल वापस जाओ’ के भी नारे लगाए। साथ ही उन्होंने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाते हुए पोस्टर भी दिखाए।
हंगामे के दौरान राज्यपाल के साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी थे। विधायकों द्वारा घेराव के बाद विधानसभा के मार्शलों ने राज्यपाल के लिए रास्ता बनाया और उन्हें उनकी सीट तक ले गए। राज्यपाल ने जैसे ही संबोधन शुरू किया तो विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए विधानसभा से वॉकआउट किया। फिर मुख्यमंत्री पिनाराई ने विधायकों को समझाया और उन्हें वापस जाने की अपील भी की।
राज्यपाल ने CAA के खिलाफ बोलने से पहले दी सफाई
अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने कहा कि, ‘मैं नागरिकता कानून के खिलाफ इस प्रस्ताव को पढ़ने जा रहा हूं क्योंकि मुख्यमंत्री ऐसा चाहते हैं। हालांकि, मेरा मानना है कि यह नीति या कार्यक्रम के तहत नहीं है।’ मुख्यमंत्री पिनाराई ने कहा है कि, ‘यह सरकार का दृष्टिकोण है और उनकी इच्छा का सम्मान करने के लिए मैं इस पैरा को पढ़ने जा रहा हूं।’
केरल सरकार ने सीएए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में की है अपील
केरल सरकार ने 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अपील की थी। केरल सरकार ने नागरिकता कानून को असंवैधानिक घोषित करने की मांग भी की थी। बता दें मुख्यमंत्री पिनराई यह पहले ही साफ कर चुके हैं कि केरल में सीएए और एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण) लागू नहीं होगा। केरल सरकार ने इस कानून को संविधान के आर्टिकल-14, 21 और 25 के साथ-साथ धर्मनिरपेक्षता के मूल सिद्धांत के भी खिलाफ है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने जताई थी नाराजगी
नागरिकता कानून के खिलाफ केरल सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अपील किए जाने के बाद राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान नाराज हुए थे। उन्होंने इसे प्रोटोकॉल और शिष्टाचार का उल्लंघन करार दिया था। साथ ही राज्यपाल ने यह भी कहा था कि, ‘मैं केवल रबर स्टांप नहीं हूं। मुझे केरल सरकार के सुप्रीम कोर्ट में अपील करने को लेकर कोई परेशानी नहीं है। लेकिन, उन्हें मुझे सूचित करना चाहिए था। संवैधानिक प्रमुख होने के बावजूद मुझे इसके बारे में समाचारपत्रों के माध्यम से पता चला।’
Mumbai: Members of Bahujan Kranti Morcha block a railway track in Kanjurmarg station during a protest against #CitizenshipAmendmentAct and #NationalRegisterofCitizens . The organization has called for a ‘Bharat Bandh’ today. pic.twitter.com/1aVpEyh3Ot
— ANI (@ANI) January 29, 2020
आज भारत बंद का ऐलान
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद से ही इसके खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। सीएए के खिलाफ बुधवार को कुछ संगठनों ने भारत बंद का ऐलान भी किया है। हालांकि इसे लेकर सभी राज्यों में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। पिछले एक महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाएं बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर मार्च करेंगे। भारत बंद को लेकर सभी राज्यों ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। साथ ही सभी जिलों को अलर्ट भी कर दिया है। संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है।