चैतन्य भारत न्यूज
कोटा. राजस्थान के कोटा शहर के विज्ञान नगर थाना इलाके में एक महिला की हत्या को लेकर चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने महिला की हत्या कर उसके पेट को चीरकर उसमें कपड़े भर दिए। कोर्ट ने आरोपी पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है, साथ ही फांसी की सजा सुनाई है।
विशिष्ट लाेक अभियाेजक सुरेश वर्मा के मुताबिक, महिला का अर्द्धनग्न शव 24 मई, 2019 को विज्ञान नगर थाना इलाके में सरकारी स्कूल की बाउंड्री पर मिला था। शव तारों से बंधा हुआ बोरी में बंद किया हुआ था। शव को देखने के बाद रेप की आशंका जताई थी। महिला की पहचान 3 दिन तक नहीं हो पाई। तीसरे दिन पोस्टमार्टम करवाया तो उसके पेट से वो कपड़े निकले, जो हत्यारे ने पेट में डाले थे। पुलिस ने पति को पहले भी शव दिखाया था, लेकिन पहचान नहीं सका था। इस पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ रेप और हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने छानबीन के बाद हत्या के इस मामले में मोहन सिंह उर्फ महावीर सिंह को गिरफ्तार किया।
आरोपित ने की थी रेप की कोशिश
पुलिस ने जांच में पाया कि मोहन सिंह ने महिला से रेप करने का प्रयास किया था। लेकिन उसमें कामयाब नहीं होने पर महिला की हत्या कर दी। बाद में आरोपी ने क्रूरता की हदें पार करते हुए महिला का पेट चीरकर उसमें उसके कपड़े भर दिए और फिर उसे तारों से बांध दिया। इसके बाद उसने शव को बोरी में डालकर फेंक दिया और फरार हो गया।
मामले में 20 फरवरी को अंतिम बहस पूरी हो चुकी थी। उसके बाद शुक्रवार को इस मामले में कोर्ट ने दोषी को फांसी की सजा सुनाई। न्यायाधीश ने टिप्पणी करते हुए कहा कि,’ मामला अत्यंत गंभीर है। ऐसे मामले में आरोपी को फांसी से कम सजा सुनाया जाना न्यायोचित नहीं होगा।’ इस दौरान अभियुक्त मोहन को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया।
पहले भी कर चुका था तीन महिलाओं की हत्या
जानकारी के मुताबिक, आरोपित मोहन इससे पहले भी तीन और महिलाओं की हत्या कर चुका था। हत्या की जाने वाली तीनों महिलाओं में से एक से रेप किया था और दो अन्य से रेप का प्रयास किया था। बाद में उनको भी मार डाला था। यही नहीं बल्कि इस आरोपित ने उद्योगनगर थाना इलाके में 1997 में मां-बेटी की हत्या की बात भी कबूल की है। इसके साथ ही साल 2003 में चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा इलाके में एक महिला से रेप कर उसकी हत्या कर दी थी।
कई दिनों से जेल से फरार था आरोपित
साल 2003 में हुए रेप और मर्डर के मामले में मोहन को सजा हो गई थी, लेकिन वह जेल से फरार हो गया था। इस दौरान उसे फरार घोषित कर दिया गया। अब मोहन सिंह एक बार फिर से पुलिस के शिकंजे में आया जिसके बाद उसे फांसी की सजा सुनाई।