चैतन्य भारत न्यूज
सुप्रीम कोर्ट में भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (LGBT) के खिलाफ वकील के रुप में बहस करने वाली मेनका गुरुस्वामी और अरुंधति काटजू का कहना है कि, यह न केवल उनकी पेशवर जीत थी बल्कि एक कपल के रूप में भी बड़ी सफलता थी।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट में मिली ऐतिहासिक जीत के लगभग एक साल बाद मेनका और अरुंधति ने इस बात का खुलासा किया कि, वह खुद भी लेस्बियन कपल हैं। हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में दोनों ने धारा 377 के खिलाफ अपनी जीत के बारे में बताया साथ ही अपने रिश्ते को भी सार्वजनिक किया। बता दें मेनका और अरुंधति दोनों ही सफल वकील हैं।
I do not know whether this is the first video, where both of you (@MenakaGuruswamy and @arundhatikatju) are coming out loud and proud as partners. I must say “Congrats”. Personal is indeed political. 👏🏾🏳️🌈 https://t.co/2gnkrCYHkX
— John Samuel 🏳️🌈 (@jsamwrites) July 18, 2019
जानकारी के मुताबिक, मेनका ने हावर्ड स्कूल से एलएलएम और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डी.फिल किया है। वह बर्लिन के इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज की छात्रा रह चुकी हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह कोलंबिया लॉ स्कूल, येल लॉ स्कूल, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ जैसे विश्वप्रसिद्ध शिक्षण संस्थानों की विजिटिंग फैकल्टी भी हैं। जबकि अरुंधति ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री हासिल की है। अरुंधति और मेनका का नाम पिछले दिनों दुनिया के टॉप 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में भी आया था।
Most court days you’ll find me in a sari! Something about the 6 yards makes me sit up a little straighter, collect my thoughts and energy for arguments… #SareeTwitter pic.twitter.com/U9HDEyT70C
— arundhatikatju (@arundhatikatju) July 18, 2019
बता दें अरुंधति ने #SareeTwitter ट्रेंड को फॉलो करते हुए अपनी पार्टनर मेनका के साथ एक तस्वीर भी शेयर की थी। इस तस्वीर के अलावा इन दिनों दोनों का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस कपल को शुभकामनाएं भी दे रहे हैं। गौरतलब है कि, पिछले साल 6 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 377 के उस प्रावधान को रद्द कर दिया, जिसके तहत आपसी सहमति से बनाए गए समलैंगिक संबंध अपराध की श्रेणी में आते थे।