चैतन्य भारत न्यूज
लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम आने में अब कुछ ही घंटे बाकी हैं। राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम जनता तक सभी को 23 मई का बेसब्री से इंतजार हैं। आखिरी चरण के मतदान के बाद 19 मई को ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में एक बार फिर देश में मोदी लहर के आने का अनुमान है। एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार एनडीए के खाते में 339-365 सीटें आ सकती हैं। वहीं यूपीए के खाते में 77-108 सीटें आने का अनुमान है। इसके अलावा सपा-बसपा गठबंधन को उत्तरप्रदेश में 10-16 सीटें मिलने का अंदाजा है। अन्य पार्टियों को 59-79 सीटें मिल सकती है।
क्या थे 2014 के चुनावी नतीजे
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजों की बात करें तो उस समय बीजेपी ने कुल 428 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 2014 के चुनाव में बीजेपी के 282 उम्मीदवार जीते थे और उन्हें 31.34 वोट प्रतिशत हासिल हुआ था। बहुजन समाज पार्टी ने 2014 में 503 सीटों पर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस पार्टी का कोई भी उम्मीदवार अपनी सीट जीत नहीं सका था। उन्हें कुल वैध मतों का महज 4.19 प्रतिशत वोट ही हासिल हुआ था। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 2014 में 67 उम्मीदवार चुनावी मैदान में खड़े किए थे। इन सभी में से उन्हें महज एक सीट हासिल हुई थी। उनका वोट प्रतिशत सिर्फ 0.79 था।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बात करें तो उन्होंने कुल 464 उम्मीदवार खड़े किए थे। इनमें से कांग्रेस को सिर्फ 44 सीटें हासिल हुईं थी। पूरे देश में कांग्रेस को सिर्फ 19.52 फीसदी वोट दिए गए थे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 93 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उनमें से 9 ने जीत हासिल की थी। उनका कुल वोट प्रतिशत 3.28 था। एक अन्य राष्ट्रीय पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 36 उम्मीदवार खड़े किए थे और उनको 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। उनका वोट प्रतिशत था 1.58 फीसदी।
भले ही एग्जिट पोल में मोदी सरकार को जीत हासिल होते दिख रही है लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नतीजे ऐन वक्त पर लोकसभा चुनाव को दिलचस्प बना सकते हैं। ऐसे में, अब तो सभी को चुनाव नतीजे आने का ही बेसब्री से इंतजार रहेगा।