चैतन्य भारत न्यूज
मध्य प्रदेश के राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। लालजी टंडन के बेटे और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आशुतोष ने मंगलवार सुबह इस बात की पुष्टि की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- बाबूजी नहीं रहे। वह पिछले कई दिनों से बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थे।
Shri Lalji Tandon will be remembered for his untiring efforts to serve society. He played a key role in strengthening the BJP in Uttar Pradesh. He made a mark as an effective administrator, always giving importance of public welfare. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/6GeYOb5ApI
— Narendra Modi (@narendramodi) July 21, 2020
उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘लालजी टंडन को उनकी समाज सेवा के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में मजबूत बनाने में अहम रोल निभाया, वह जनता की भलाई के लिए काम करने वाले नेता थे। लालजी टंडन को कानूनी मामलों की भी अच्छी जानकारी रही और अटलजी के साथ उन्होंने लंबा वक्त बिताया। मैं उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करता हूं।’
लंबे वक्त से बीमार थे लालजी टंडन
बता दें कि लालजी बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ में चल रहा था। उन्हें सांस लेने में परेशानी थी और किडनी में दिक्कत थी। यही कारण रहा कि पहले उन्हें 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर उनका ऑपरेशन भी किया गया। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में लगातार बड़े डॉक्टर उनकी देखभाल में जुटे हुए थे, हालांकि उनकी हालात लगातार गंभीर बनी हुई थी। पिछले साल जुलाई में ही लालजी टंडन को मध्यप्रदेश का राज्यपाल बनाया गया था। इसी साल पिछले महीने तबीयत खराब होने के कारण आनंदीबेन पटेल को अतिरिक्त कार्यभार दे दिया गया।